छत्रपति शाहूजी महाराज की जयंती समारोह हर्षोल्लास के साथ मनाई गई

त्रिवेदीगंज बाराबंकी। छत्रपति शाहूजी महाराज फाउंडेशन रौनी एवं श्री बैजनाथ शिवकला पीजी कालेज मंगलपुर के संयुक्त तत्वाधान में विद्यालय के रामनरेश वर्मा सभागार में छत्रपति शाहूजी महाराज की जयंती कवि सम्मेलन के आयोजन के साथ हर्षोल्लास पूर्वक मनाई गई।
जयंती कार्यक्रम के प्रथम व्याख्यान सत्र के मुख्य अतिथि लखनऊ विश्वविद्यालय लखनऊ के शिक्षा संकाय के प्रोफेसर मुनेश कुमार ने अपने संबोधन में शाहू जी महाराज को याद करते हुए उनके द्वारा सामाजिक समरसता को बनाने के लिए किए गए अनेक प्रयासों पर सिलसिले वार ढंग से प्रकाश डाला गया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में पहुंचे विद्यालय के संरक्षक पूर्व विधान परिषद सदस्य राम पाल वर्मा, महाविद्यालय के प्रबंधक इंजीनियर रमेश कुमार वर्मा, जय नारायण मिश्र, पीजी कॉलेज लखनऊ के प्रोफेसर प्रवीण कुमार, सामाजिक कार्यकर्ता एवं बहुजन विचारक चंद्रशेखर पटेल, साहू जी महाराज फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ विनय कुमार वर्मा, महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर अमरेश सिंह, शिक्षक प्रशिक्षण संकाय के विभागाध्यक्ष डॉ आशुतोष वर्मा, कार्यक्रम के आयोजन डॉ अखिलेश पटेल सहित मौजूद अन्य वक्ताओं द्वारा बारी-बारी से अपने-अपने विचार रखे गए। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जवाहर नवोदय विद्यालय के प्राचार्य वीरेंद्र कुमार यादव ने अपने सम्बोधन में साहू जी महाराज को आरक्षण का जनक एवं अंधविश्वासों एवं रूढ़ियों पर प्रहार करने वाला समाज सुधारक बताया। कार्यक्रम का संचालन कर रहे डॉक्टर आशुतोष वर्मा व कार्यक्रम के आयोजक डॉक्टर अखिलेश पटेल द्वारा आए हुए अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया गया। कार्यक्रम की द्वितीय सत्र में आयोजित कवि सम्मेलन कवि प्रदीप महाजन के संयोजकत्व व शिव बालक वर्मा प्रबंधक श्री बैजनाथ किसान इंटर कॉलेज की अध्यक्षता में संपत्र हुआ। प्रयागराज से पधारे नामचीन कवि जितेंद्र मिश्र जलज ने अपनी कविता जादू टोना जंतर मंतर होता है। अच्छे और बुरे में अंतर होता है। गरल पान कराने की जिसमें क्षमता हो वह भुजंग धारी शंकर होता है की कविता के माध्यम से कार्यक्रम में समा बांध दिया। बाराबंकी से आए गीतकार प्रदीप सारंग ने छत पर साहू जी महाराज को समर्पित गीत छत्रपति शाहू जी महाजन को नमन जनहित करी राज काज को नमन। कौमी एकता के नेक काम जो किया आरक्षण वाले अंदाज को नमन। जातियों की दूरी को मिटाया आपने एक साथ भोज में बिठाया आपने। राज में सभी की हिस्सेदारी कर किया समता की राह को दिखाया आपने कविता पढ़कर खूब तालियां बटोरी। इसी तरह हास्य कवि रवि अवस्थी ओज व सूर्यांश शर्मा ने ओय की कविताओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। आए हुए सभी कवियों का डॉ विनय कुमार वर्मा, डॉक्टर अखिलेश पटेल, सतीश कुमार वर्मा, सुधीर कुमार वर्मा, शशांक सिंह ने अंगवस्त्र एवं प्रतीक चिन्ह देकर स्वागत व सम्मानित किया।

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