डीएम ने बांधा गमछा!कहा अपना है, आगे बढ़ाइए देश विदेश में भी प्रसिद्ध है बाराबंकी में बने गमछे अथवा स्टाल

कृष्ण कुमार द्विवेदी

बाराबंकी। जिलाधिकारी डॉक्टर आदर्श कुमार सिंह आज बाराबंकी में बने गमछे को बांधकर वीडियो पर रूबरू होते नजर आए। उन्होंने कहा ये गमछा अपना है, आप सभी इसे आगे बढ़ाइए,हम सभी को इसके बढ़ने से गर्व की अनुभूति होगी!

बाराबंकी का गमछा पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। देश के कई कोनों में भी यहां के बने हुए गमछे भेजे जाते हैं। ऐसे में जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बनारस के लोगों से अपील की है कि आप सभी मास्क के साथ ही गमछे का भी प्रयोग कर सकते हैं। तभी से बाराबंकी का सुस्त पड़ा यह उद्योग लगभग तेजी की ओर अग्रसर दिखाई दे रहा है? यह सत्य है कि यहां के तमाम बुनकरों को तमाम परेशानियों से जूझना भी पड़ रहा है !लेकिन कुछ भी हो फिलहाल इस समय बाराबंकी में बनने वाले गमछे के उद्योग में एक तरावट आई है वह भी तबसे जबसे प्रधानमंत्री ने इसकी वकालत की है।

वैसे भी गमछा अथवा अंगौछा भारतीय प्रधान का वह अंग है जो कि बहुतायत भारतीयों के कांधे पर शोभा बढ़ाता है। आज बाराबंकी के जिलाधिकारी डॉक्टर आदर्श कुमार सिंह ने भी गमछे की वकालत खुलकर कर डाली। सनद हो कि वे इस समय किसी भी कार्य अथवा अपने संभावित कार्यक्रम की जानकारी पत्रकारों व जागरूक लोगों को वीडियो के जरिए देते हैं! यह सिलसिला अभी हाल ही में कुछ ज्यादा सफल व मुफीद साबित हुआ है। जिलाधिकारी ने आज जनपद में कोरोना वायरस के संबंध में कई जानकारियां दी।जोकि राहत देती दिखी। साफ है कि एक पॉजिटिव मरीज के मिलने के बाद उसकी कराई गई दो जांच रिपोर्ट नॉर्मल आई है।

फिलहाल जिलाधिकारी ने आज कहा कि आप लोग अपने जनपद में बने गमछे के प्रयोग को आगे बढ़ाइए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने भी इस दिशा में सभी लोगों से अपील की है। जिलाधिकारी ने कहा कि संकट के समय यदि हम अपने जनपद के इस प्रमुख उद्योग को गति प्रदान करेंगे तो आगे चलकर हमें सभी को गर्व की अनुभूति होगी। उन्होंने यह भी बताया कि आज मैंने जो गमछा बांध रखा है वह अपने बाराबंकी का बना हुआ ही है। अपना है। जिलाधिकारी ने कहा की गमछा अथवा घर में बना हुआ ऐसा कोई भी संसाधन प्रयोग करके हम वायरस से लड़ सकते हैं ।उन्होंने कहा कि डॉक्टरों व अन्य लोगों के लिए मास्क जरूरी है। जो कर्मी कोरोना युद्ध से सीधे जुड़े हुए हैं। हम सभी इस गमछे का प्रयोग कर सकते हैं । जिलाधिकारी के आवाहन के बाद जनपद में इस उद्योग को ताकत मिलेगी इसकी चर्चा प्रारंभ हो गई है। लेकिन इसके साथ ही यह भी कटु सत्य हैं कि बाराबंकी के इस उद्योग को पुरानी रंगत में लाने के लिए प्रदेश की सरकार व जिला प्रशासन को एक बड़ी परियोजना इमानदारी पूरी पारदर्शिता के साथ आगे चलकर लागू करनी होगी! स्पष्ट है कि बुनकरों की स्थिति खराब होने के चलते यह उद्योग दयनीय हालत में बिचौलियों से बचने एवं भ्रष्ट नौकरशाही से निजात पाने की राह बहुत दिनों से देख रहा है?

नितेश मिश्रा एसएम न्यूज़24टाइम्स प्रभारी मंडल फैजाबाद उत्तर प्रदेश

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