खिलखिलाए उपेंद्र की गर्जना!धूम मचाले-धूम मचाले..धूम? विज्ञान प्रयोगशाला की रिपोर्ट “आई तकनीक से इनकार नहीं” के बाद फार्म में दिखे पूर्व सांसद व समर्थक

कृष्ण कुमार द्विवेदी (राजू भैया)

तथाकथित षड्यंत्र व वायरल वीडियो प्रकरण में राहत के बाद उपेंद्र रावत बाराबंकी की सियासत के बाहुबली बनने को तैयार!

 

बाराबंकी। तथाकथित षड्यंत्र व वायरल वीडियो की चपेट में आकर सियासत में अर्श से फर्श पर पहुंचे पूर्व सांसद उपेंद्र रावत विधि विज्ञान प्रयोगशाला की रिपोर्ट के आने के बाद समर्थकों सहित खिलखिला उठे हैं। पूर्व सांसद एक बार फिर से जनपद की सियासत में बाहुबली बनने को पूरी तरह तैयार है। उनके सेनापतियों एवं सैनिकों ने भी अपने अस्त्र-शस्त्र उठा लिए हैं। रिपोर्ट का सपोर्ट ऐसा है कि तमाम लोग श्री रावत को बधाई देकर उनका उत्साहवर्धन कर रहे हैं। अत्यंत कष्टकारी मानसिक पीड़ा झेलने के बाद आज समर्थकों के बीच उपेंद्र रावत भी खुशी में जमकर चहकते नजर आए। अरसे बाद अपनों के बीच खिलखिला रहे पूर्व सांसद उपेंद्र की गर्जना का मर्म साफ है?धूम मचाले- धूम मचाले.. धूम!

पूर्व सांसद उपेंद्र रावत के जनपद मुख्यालय स्थित आवास पर सोमवार को माहौल ही कुछ अलग था। समर्थक आ रहे थे और अपने नेता को फूल मालाओं से लाद रहे थे। श्री रावत भी लोगों का अभिवादन व स्वागत स्वीकार करके खुशी एवं हंसी के समंदर में गोते लगा रहे थे। फोन पर बधाइयां जारी थी! तो सामने से भी सावन में खुशियों की बरसात के साथ लोगों की बधाइयो की बौछार थी। दरअसल इस खुशनुमा माहौल का कारण यह था कि बीते मार्च महीने में तथाकथित वायरल वीडियो प्रकरण के चलते पूर्व सांसद का राजनीतिक आभामंडल तहस- नहस हो गया था? 3 मार्च को इस वायरल वीडियो के विरुद्ध सांसद पक्ष से अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ रिपोर्ट की गई थी। मामले की उच्च स्तरीय जांच के लिए वायरल वीडियो की क्लिप को विधि विज्ञान प्रयोगशाला महानगर लखनऊ भेजा गया था। जांच के बाद प्रयोगशाला की आई रिपोर्ट में यह कहा गया है कि प्रथम दृष्टया प्रसारित वीडियो के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक से बनाए जाने की बात से इनकार नहीं किया जा सकता ।स्पष्ट रिपोर्ट के लिए मूल वीडियो क्लिप की आवश्यकता है । जो खोजने के बाद भी नहीं मिला है। इस जांच रिपोर्ट के आने के बाद पूर्व सांसद के आवास से लेकर जनपद भर में फैले उनके समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई।

सूत्रों के मुताबिक विधि विज्ञान प्रयोगशाला की रिपोर्ट के सामने आने के बाद पूर्व सांसद उपेंद्र रावत अब बाराबंकी की राजनीतिक पिच पर खुलकर बैटिंग करने के लिए तैयार हैं। उनके निशाने पर जहां विरोधी दलों के खिलाड़ी रहेंगे। वहीं पार्टी के अंदर भी जो गेंदबाज उन पर बाउंसर फेंकते आए हैं? उसका भी वह करारा जवाब देंगे! पता चला है कि स्वागत अभिनंदन के बीच आज पूर्व सांसद ने अपने समर्थकों को यह संदेश दे दिया है कि बीते 5 महीने में घटित प्रत्येक पल का हम सभी को हिसाब करना है। उन्होंने यह भी कहा कि हमने पहले ही कहा था कि यह उनकी छवि को नष्ट करने के लिए षड्यंत्र है। जिसमें ए आई तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। आज विधि प्रयोगशाला की रिपोर्ट भी इसी बात को सिद्ध कर रही है। सनद हो कि पूर्व सांसद ने वीडियो वायरल प्रकरण के बाद कहा था कि जब तक वह निर्दोष साबित नहीं हो जाएंगे कोई चुनाव नहीं लड़ेंगे ।इसके बाद उन्होंने भाजपा से मिला लोकसभा का टिकट भी वापस कर दिया था।

चर्चा के मुताबिक उपेंद्र रावत की वर्तमान भावभंगिमा यही दशा रही है कि वह जनपदीय राजनीति में बाहुबली 2 की फिल्म को सुपर- डुपर हिट बनाने को तैयार हो गए है। जहां वह इसके लिए स्वयं भी जुट गए है। वहीं दूसरी ओर उनके सेनापतियों एवं सैनिकों ने भी इसके लिए अपने अस्त्र-शस्त्र उठा लिए हैं। इसी श्रृंखला में उपेंद्र रावत के राजनीतिक दौरों एवं कार्यक्रमों की रूपरेखा को तैयार किया जाना पूरे जनपद में प्रारंभ हो गया है। एक समय ऐसा भी था जब बाराबंकी की भाजपा उपेंद्र रावत से बचने का प्रयास कर रही थी । वर्तमान में स्थिति यह है कि भाजपा बाराबंकी में चुनाव हार चुकी है। भाजपा के कई नेता एक दूसरे को निपटाने में जुटे हुए हैं। कई ऐसे नेता व पदाधिकारी है जो पद पर आसीन हैं। लेकिन उनसे कार्यकर्ताओं का ढेला भर का काम नहीं हो पाता? हां फोटो खिंचवाने में इनका कोई मुकाबला नहीं कर सकता? उपेंद्र समर्थकों का कहना है कि सच परेशान हो सकता है। लेकिन पराजित नहीं हो सकता। आज उपेंद्र रावत जी के मामले में यही बात सच के साथ सामने आई है। समर्थकों में यह भी कहा कि जिसने भी षडयंत्र रच कर उनकी छवि को को नष्ट करने का प्रयास किया है। उसे भी इसका परिणाम भविष्य में भुगतना पड़ेगा। स्पष्ट है कि विधि विज्ञान प्रयोगशाला की आई रिपोर्ट ने उपेंद्र रावत व उनके समर्थकों को राहत प्रदान कर दी है।ऐसे में उपेंद्र रावत का पूर्व में यह दावा करना कि वायरल वीडियो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक से उनकी छवि को नष्ट करने के लिए बनाया गया था। इस दावे को ताकत प्रदान कर गया है? उत्साहित उपेंद्र रावत व उनके समर्थक चहक रहे हैं! जबकि खिलखिला रहे उपेंद्र सिंह रावत की गर्जना अपने समर्थकों व अपनी सेना से संभवत यही कह रही है। धूम मचाले – धूम मचाले ..धूम…!

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