डिफ्लेक्शन मैग्नेटोमीटर तथा एंडरसनन्स ब्रिज का हुआ वर्चुअल लैब में प्रयोग

मुकीम अहमद अंसारी

सुमन त्रिपाठी ने आईआईटी कानपुर से इंटर्नशिप करने का दिया आमंत्रण

बदायूं। आईआईटी कानपुर के सहयोग से राजकीय महाविद्यालय बदायूं में चल रहे 6 दिवसीय राष्ट्रीय वर्चुअल लैब कार्यशाला के चौथे दिन मुख्य व्याख्याता पीएसआईटी कानपुर की प्रोफेसर एवं वर्चुअल लैब्स, आईआईटी कानपुर की रीजनल कोऑर्डिनेटर डॉ अपर्णा दीक्षित ने भौतिक विज्ञान के बीएससी तृतीय सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं को डिफ्लेक्शन मैग्नेटोमीटर तथा एंडरसनन्स ब्रिज नामक दो प्रयोगों की कार्यविधि समझायी।
डॉ अपर्णा ने विद्यार्थियों को इसके पूर्व वर्चुअल माध्यम से कराए गए प्रयोगों में आई समस्याओं समाधान भी किया। देश के 18 राज्यों के प्रतिभागी छात्र-छात्राओं एवं प्रोफेसर्स ने वर्चुअल लैब से हो रहे लाभों के बारे में संतुष्टि व प्रसन्नता व्यक्त किया।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ नरेंद्र कुमार बतरा ने ऑनलाइन राष्ट्रीय कार्यशाला में लगातार चौथे दिन भी सभी प्रतिभागी प्रोफेसर तथा विद्यार्थियों का अभिनंदन किया।
मुख्य अतिथिके रूप में वर्चुअल लैब्स, आईआईटी कानपुर की सीनियर प्रोजेक्ट एसोसिएट सुमन त्रिपाठी ने कार्यशाला में प्रतिभागी विद्यार्थियों को आईआईटी कानपुर से इंटर्नशिप करने के लिए प्रेरित किया। तथा देशभर के भौतिक विज्ञान के विद्वान प्राध्यापकों को अपने अपने शिक्षण संस्थानों में आईआईटी कानपुर के माध्यम से वर्चुअल लैब नोडल केंद्र बनाए जाने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहा देश भर में जितना अधिक वर्चुअल लैब नोडल सेंटर बनेंगे उतना ही अधिक राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के प्रयोगशाला के पाठ्यक्रमों के क्रियान्वयन में सहयोग प्राप्त हो सकेगा।
कार्यशाला के संयोजक डॉ संजीव राठौर ने अतिथियों एवं भौतिक विज्ञानियों का परिचय दिया।
विभागाध्यक्ष डॉ श्रद्धा गुप्ता ने सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। तकनीकी सहयोग बीएससी पंचम सेमेस्टर के अली राजा ने किया।

*मुकीम अहमद अंसारी ब्यूरो चीफ एसएम न्युज 24 टाइम्स बदायूं*

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