राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय महादेवा का संचालन रामनगर से होने की खबर से क्षेत्रवासियों मे रोष

नेवाज अहमद अंसारी विशेष संवाददाता एसएम न्युज24 टाइम्स बाराबंकी

रामनगर बाराबंकी सुप्रसिद्ध पौराणिक तीर्थ स्थल लोधेश्वर महादेव में संचालित राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय महादेवा को सीएचसी रामनगर से संचालित होने की खबर से ही क्षेत्रवासियों में रोष दिखाई पड़ रहा है जब से यह खबर क्षेत्र वासियों के संज्ञान में आई तब से उनको जो स्वास्थ्य सुविधा लोधेश्वर महादेव के राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय से मिल रही थी उस सुविधा का लाभ लेने के लिए यहां से दूर जाना पड़ेगा राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय में तैनात चिकित्सा अधिकारी व फार्मासिस्ट अन्य कर्मचारियों के व्यवहार कुशलता को देखते हुए यहां पर मरीजों की संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही थी व उनको उचित सलाह व दवाई उपलब्ध हो रही थी यदि यहां से हटा दिया गया यहां आने वाले मरीजों को बहुत ही परेशानियों का सामना करना पड़ेगा जबकि सरकार के द्वारा सुप्रसिद्ध पौराणिक तीर्थ स्थल की भव्यता प्रदान करने के लिए विशाल कॉरिडोर के निर्माण की प्रक्रिया चल रही है लोगों का कहना है यहां पर क्षेत्रवासियों और श्रद्धालुओं के लिए सुविधाओं को देखते हुए कॉरिडोर निर्माण की प्रक्रिया लाई गई फिर भी जो यह स्वास्थ्य केंद्र लोधेश्वर महादेव में संचालित था इसको यहां से हटकर रामनगर स्थान में स्थानांतरण किया जा रहा है जो उचित नहीं है क्षेत्र वासियों का कहना है जनप्रतिनिधियों के साथ जिम्मेदार अधिकारियों को इस निर्णय पर पुनर्विचार करना चाहिए जिससे इस क्षेत्र के रहने वाले क्षेत्र वासियों को स्वास्थ्य सुविधा का लाभ मिलता रहे। ।ज्ञात हो कि लोधेश्वर महादेवा में राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय पंचायत भवन की जर्जर बिल्डिंग में चल रहा है। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल की इकाई लोधेश्वर व्यापार मंडल महादेवा के पदाधिकारियों के द्वारा उप जिलाधिकारी से मिलकर इसके स्थानांतरण पर रोक लगाए जाने का अनुरोध किया जाएगा,इस राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय महादेवा के लिए जिलाधिकारी बाराबंकी से भी मिलने का निर्णय व्यापार मंडल के पदाधिकारियों के द्वारा लिया गया जिससे स्वास्थ्य सुविधा का लाभ क्षेत्र वासियों को मिलता रहे । जबकि ग्राम पंचायत गणेशपुर के पुराने पंचायत भवन में संचालित राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय को पीएचसी महादेवा में शिफ्ट किया जाएगा। तो राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय महादेवा को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र महादेव में ही क्यों ना शिफ्ट किया जाए। हालांकि अस्पतालों के स्थानांतरण से चिकित्सकीय लाभ पाने वाले मरीज काफी नाखुश है। ग्रामीणों का कहना है कि इन अस्पतालों के तराई क्षेत्र में संचालित होने के चलते प्रतिदिन सैकड़ो मरीजो को स्वास्थ्य लाभ मिलता था। यदि अस्पतालों का स्थानांतरण हो जाएगा तो मरीजों को होम्योपैथिक एवं आयुर्वेदिक चिकित्सा का लाभ लेने के लिए दूरी तय करनी पड़ेगी। ग्रामीणों ने अस्पतालों का स्थानांतरण रुकवाये जाने की मांग की है।

नेवाज अहमद अंसारी विशेष संवाददाता एसएम न्युज24 टाइम्स बाराबंकी

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