जातियों के दंश का विनाश करना चाहते थे अम्बेडकर: राजनाथ शर्मा गांधी भवन में डॉ अम्बेडकर की जयन्ती पर आयोजित संगोष्ठी में वक्ताओं ने रखे विचार
शमीम अंसारी बाराबंकी एसएम न्युज24 टाइम्स बाराबंकी
बाराबंकी। गांधीवादी, लोहियावादी विचारक राजनाथ शर्मा का मानना है कि गांधी और अम्बेडकर अपने-अपने तरीके से आजादी की लड़ाई लड़ी। गांधी स्वराज के लिए संघर्ष कर रहे थे, वहीं अम्बेडकर जातियों के दंश का विनाश करना चाहते थे। हिंदुस्तान के इतिहासकारों ने गांधी और अम्बेडकर को दो अलग-अगल छोरो में खड़ा दिखाया है। जबकि बारीक से उनके इतिहास और क्रियाकलापों को देखेंगे तो उनके मकसद को अलग नहीं पाएंगे। गांधी के सत्याग्रह के साथ ही अम्बेडकर ने अपनी लड़ाई शुरू की। सोमवार को गांधी भवन में भारत रत्न बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर की जयन्ती पर गांधी जयन्ती समारोह ट्रस्ट द्वारा आयोजित संगोष्ठी में उनके विचारों पर परिचर्चा की गई। श्री शर्मा ने कहा कि दलितों को समान अवसर और अधिकार दिलाने की मंशा दोनों की साफ थी। अम्बेडकर दलितों को कानून के जरिये अधिकार दिलाना चाहते थे जबकि गांधी कहते थे कि केवल कानून बनाने से कुछ नहीं होगा, समाज का मन बदलना होगा। अम्बेडकर का लक्ष्य दलितों को उनका हक दिलाना था, गांधी का इससे बड़ा देश को गुलामी से आजाद कराना था। कोई भी व्यक्ति आलोचना से परे नहीं होता है, चाहे वह कितना भी महान क्यों न हो। बस हमें उनके अच्छे विचारों को आत्मसात करना चाहिये और जो जरूरी नहीं उसे छोड़ देना चाहिये। वरिष्ठ समाजवादी नेता ज्ञान सिंह यादव ने कहा कि डॉ लोहिया ने गांधीजी के साथ तीस-पैंतीस साल काम किया था। वह उनके विचारों को आत्मसात कर चुके थे, उनकी हत्या के बाद उनके विचारों को कार्यरूप देने की कोशिश कर रहे थे। पचास के दशक में लोहिया और अम्बेडकर यदि साथ काम कर पाते तो स्थितियां कुछ और होती। शायद इतिहास को यह मंजूर नहीं था। डॉ अम्बेडकर की असामयिक मृत्यु के साथ इतिहास के इस अध्याय का अंत हो गया। शिक्षाविद अशोक कुमार शुक्ला ने बताया कि गांधी और अम्बेडकर दोनों ही सामाजिक समानता के चिंतक थे और वास्तविक लोकतंत्र की स्थापना चाहते थे। आज यदि अम्बेडकर का तन (दलित) और गांधी का मन (विचार) साथ हो जाये तो दुनिया ही बदल जाये। कार्यक्रम का संचालन पाटेश्वरी प्रसाद ने किया। संगोष्ठी में प्रमुख रूप से विनय कुमार सिंह, मृत्युंजय शर्मा, अशोक जायसवाल, राकांपा नेता धनंजय शर्मा, सत्यवान वर्मा, सभासद शिवा शर्मा, राज मियां, नीरज दूबे, विनोद भारती, मनीष सिंह, साकेत मौर्य, जलाल नईम खान, विजय आदि बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।शमीम अंसारी बाराबंकी एसएम न्युज24 टाइम्स बाराबंकी