कोरोना युद्ध में ब्रह्मास्त्र बने राजू भैया के स्वरचित गीत’ जनमानस को भा रहा है सामाजिक कार्यकर्ता राजू भैया का जनकवि अवतार जागरूकता के क्षेत्र में कई गीत मचा रहे हैं धूम

शमीम अंसारी बाराबंकी: एसएम न्यूज24टाइम्स

बाराबंकी। बहुमुखी प्रतिभा के धनी कलमकार सामाजिक कार्यकर्ता कृष्ण कुमार द्विवेदी राजू भैया के स्वरचित गीत कोरोना से युद्ध में ब्रह्मास्त्र साबित हो रहे हैं। जनमानस को भी श्री भैया का यह जन कवि अवतार खूब भा रहा है। यही वजह है कि उनके कई गीत जमकर जागरुकता अभियान में धूम मचा रहे हैं। बाराबंकी में कोरोना से युद्ध में सामाजिक कार्यकर्ता कृष्ण कुमार द्विवेदी राजू भैया की जमीनी कोशिश लोगों में उत्साह पैदा कर रही है। जब से इसकी शुरुआत हुई है तभी से श्री भैया ने अवधी बतकही एवं गीतों की रचना करके उसे सोशल मीडिया के माध्यम से जनता तक पहुंचाने की मुहिम शुरू कर दी थी। आम जनता ने भी उनके देहाती अंदाज एवं संकट के समय उत्साह बढ़ाने वाले गीतों को हाथों हाथ लिया है। राजू भैया ने काहिली की नींद मा ना हमका तुमका सोना है, घिरे हैं तो क्या हम संभल जाएंगे, बाहर घूमे कोरोना, दूल्हा तड़पेहाय दुल्हन तड़पे जैसे गीतों से सोशल मीडिया पर धूम मचा रखी है। बाराबंकी ही नहीं बल्कि देश एवं दूरदूर तक लोग सोशल मीडिया पर उनके गीतों को शेयर कर रहे हैं। पत्रकारिता के साथ ही सामाजिक कार्यों को  धर्म मानने वाले राजू भैया इसके अतिरिक्त अन्य जरूरतमंदों को भी बिना प्रचार प्रसार के मदद पहुंचाने दिलवाने का काम भी कर रहे है। इस दौरान हुई बातचीत में उन्होंने कहा कि आज देश के प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि वह धर्म एवं जाति के बंधनों को तोड़कर हिंदुस्तानी बनके केवल और केवल कोरोना से युद्ध करें। राजू भैया ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी सहित कई राजनीतिक दल के लोग अच्छा काम कर रहे हैं। तो यह दुर्भाग्य भी है कि कुछ राजनीतिक दल घटिया लोग इस समय भी निम्न स्तर के आचरण पर हैं।उन्होंने कहा कि बाराबंकी  में डीएम आदर्श कुमार सिंह कप्तान डॉ अरविंद कुमार चतुर्वेदी की अगुवाई में भी अच्छा काम हो रहा है। लेकिन जरूरी है कि जागरूकता की अलख समाज के अंतिम व्यक्ति तक भी पहुंचे। उन्होंने कहा कि मैं आगे भी कोरोना से लड़ने की मुहिम में एक छोटा सा सिपाही बना रहूँगा। हिंदी पत्रकार एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं कई सामाजिक संगठनों से जुड़े श्री भैया ने देश के प्रधानमंत्री एवं  प्रदेश के मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि वे पत्रकार बंधुओं के लिए भी जीवन सुरक्षा बीमा की व्यवस्था करें। क्योंकि पत्रकार भी अभाव से जूझ कर इस महामारी से जंग में एक योद्धा बनकर डटे हुए हैं। फिलहाल कुछ भी हो लेकिन यह सच है कि राजू भैया के गीतों ने कोरोना के विरुद्ध  जारी जंग में एक क्रांति ला दी है। उनका जनकवि का अवतार जनमानस को भा रहा है ।उनके कई स्वरचित गीत सोशल मीडिया से लेकर आमजन तक प्रेरणा का केंद्र बने हैं।
शमीम अंसारी बाराबंकी: एसएम न्यूज24टाइम्स

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