कल देर रात जिलाधिकारी बाराबंकी डॉ आदर्श सिंह द्वारा जारी सूचना ने हम सबको इकबारगी हिला दिया। बाराबंकी में अचानक कोरोना के 5 रोगियों का पॉजिटव निकलना चौंकाने वाला समाचार तो है ही विशेष उन सभी के लिए जो बतौर कोरोना-योद्धा कार्यरत हैं।
पर जब ये पता चला कि कोरोना पॉजिटिव ये सभी मरीज बाहर से (3 गुजरात और 2 महाराष्ट्र से) आये हुए हैं तब राहत मिली कि ये यहां संक्रमित नहीं है बल्कि बाहर से आगत हैं।
बाहर से आने से रोक पाना सम्भव नहीं। हर एक को अपने वतन यानी अपने जन्मस्थान या अपने घर परिवार आना ही स्वाभाविक है। जो चल रहा है।
बाराबंकी की सफलता यही है कि हमने संक्रमण की स्थिति उत्पन्न होने से बचाया है। संक्रमण बचाने यानी फैलने से बचाने में जहाँ जिलाधिकारी डॉ आदर्श सिंह जी की रणनीति व टीम का बड़ा योगदान है वहीं सरकारी मशीनरी सहित समामाजिकों का योगदान कमतर नहीं रहा है।
अब पुनः एक बार सबकी परीक्षा की घड़ी आ गयी है। हमें जिलाधिकारी जी की रणनीति पर पूर्ण भरोसा है वहीं सामाजिकों से आग्रह है कि एक बार फिर उससे दुगुने जोश-ओ-खरोश से जिम्मेदारी संभालने का वक्त आया है। यही वो मोड़ है जहाँ से परिणाम दिखेगा। सबकी कुशलता, समर्पण, आदि सब भी दिखेगा। और बाराबंकी के लोग कमतर साबित न होंगे ऐसा मुझे एहसास है। यह एहसास विश्वास में बदलेगा मैं आशान्वित हूँ।
बाहर से चाहे जितने आएं आने दो पर हम यहाँ फैलने फैलाने का मौका न दें बस इसी पर ध्यान देना रहेगा।
बाहर से आने वाले को अगर नजर अंदाज किया जाएगा तो खतरा बढ़ जाएगा। इसके लिए घर परिवार के लोगों को भी त्याग करने हेतु मन बनाना पड़ेगा।
बाहर से आने वाले किसी से इस बात की दोस्ती न निभाई जाए कि उसे इधर उधर घूम सके। प्रशासन को सूचना दी जाए कोरेन्टीन कराया जाय और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाए। अगर ये कर ले गए हम बाराबंकी वासी तो जीत लेंगे जंग कोरोना से। आईये ये समझें और समझाएं कि सावधानी और सतर्कता ही बचाव है। यही सुरक्षा की गारंटी भी।
प्रदीप सारंग-9919007190