30 साल पुराना रिश्ता खत्म होने के बाद महाराष्ट्र में ऐसे सरकार बनाएगी सरकार

 लगातार महाराष्ट्र में सियासी बदलाव हो रहे हैं और अब की बात करें

मुंबईः लगातार महाराष्ट्र में सियासी बदलाव हो रहे हैं और अब की बात करें तो शिवसेना ने अब सरकार बनाने का दावा ठोक दिया है। 56 सदस्यों वाली शिवसेना अब एनसीपी की मदद से महाराष्ट्र में सरकार बनाने जा रही है, लेकिन शिवसेना को एनसीपी की कुछ सर्तें माननी होंगी, जिसके बाद ही शिवसेना महाराष्ट्र में सरकार बना सकती है। एनडीए की बात करें तो शिवसेना और एनडीए में अब किसी तरह का कोई भी सियासी रिश्ता बाकी नहीं बचा है। शिवसेना भी एनडीए से अलग होने को तैयार है। शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने केंद्रीय मंत्रिपद से अलग होने को लेकर ट्वीट किया है।  जिसमें उन्होंने सरकार से अलग होने का एलान किया है।

कैसे बनेगी शिवसेना की सरकार

शिवसेना के पास 56 विधायक हैं, महाराष्ट्र में विधानसभा की कुल 288 सीटे हैं और किसी भी पार्टी को सरकार बनाने के लिए 145 का जादुई आंकड़ा चाहिए। ऐसे में अगर 54 सीटों वाली शरद पवार की पार्टी एनसीपी का समर्थन शिवसेना को मिल जाता है तो आंकड़ा 110 पहुंच जाता है। उसके बाद शिवसेना को सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए और 35 विधायकों के समर्थन की जरूरत होगी।

सूबे में अन्य पार्टियों और निर्दलियों के खाते में 27 सीटें गई हैं, जबकि कांग्रेस के पास 44 सीटें हैं, चूंकि बहुमत के लिए शिवसेना गठबंधन को एनसीपी के अलावा 35 सीटें दरकार हैं। ऐसे में उसके पास कांग्रेस के समर्थन के अलावा कोई चारा नहीं है।अगर कांग्रेस शिवसेना और एनसीपी साथ में आ जाती हैं तो ये गठबंधन बहुमत का जादुई आंकड़ा आसानी से पार कर रहा है। तीनों की सीटें 154 पर पहुंच जाती हैं।

सूत्रों के मुताबिक, शिवसेना नेता संजय राउत आज शरद पवार से मुलाकात करेंगे। इसके बाद वो सोनिया गांधी से भी मिल सकते हैं। कहा तो ये भी जा रहा है कि उद्वव ठाकरे भी सोनिया गांधी से फोन पर बात कर सकते हैं, अब अगर 44 सीटों वाली कांग्रेस भी एनसीपी के साथ शिवसेना को समर्थन देने पर मुहर लगा देती है तो सरकार गठन का रास्ता साफ हो सकता है।

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