मुंबई । ‘व्हाट द फोक्स’, ‘ऑफिशियल सीईओगिरी’ और हाल ही में आए ‘ऑफिशियल भूतियागिरी’ सहित कई डिजिटल शो के साथ अभिनेत्री ईशा चोपड़ा डिजिटल स्पेस में एक अलग जगह बना रही हैं। हालांकि उनकी रुचि बॉलीवुड फिल्मों का हिस्सा बनने में भी है। पिछले तीन महीनों में कई कम से मध्यम बजट की फीचर फिल्में सीधे ओटीटी रिलीज के लिए चली गई हैं। वेब सीरीज की संख्या में तेजी से वृद्धि के साथ यह मध्यम व्यापार के लिए एक व्यावसायिक रूप से अच्छा मंच बन गया है। ईशा को लगता है कि डिजिटल प्लेटफॉर्म पर एक प्रयोग के रूप में शुरू की गईं मिनीसीरीज को दर्शकों ने इन कमर्शियल तौर पर व्यवहार्य बना दिया है।
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ईशा ने बताया क्या हमारे पास एक खास तरह का दर्शक है, इसका पता लगाने का एकमात्र तरीका है कि हम उसे एक नई कहानी बताएं। जब तक हम नई कहानी सार्वजनिक मंच पर नहीं लाएंगे, तब तक कैसे जानेंगे कि वास्तव में लोग उसे देखना चाहते हैं या नहीं या उसके लिए हमारे पास मार्केट है या नहीं। उन्होंने आगे कहा जब दर्शक 100 करोड़ की बजट वाली फिल्म देखते हैं तो वे इसे देखकर बस मोहित हो जाते हैं। दूसरी ओर, जब लोग डिजिटल प्लेटफॉर्म पर विशेष रूप से वेब श्रृंखला या लघु फिल्मों के कन्टेन्ट को देखते हैं तो वे चरित्र को नहीं देखते हैं। पिछले कुछ वर्षों में वेब सीरीज की कहानियों ने दर्शकों को बहुत आगे बढ़ाया है। ईशा ने पीओडब्ल्यू : बंदी युद्ध के’, ‘लव ऑन द रॉक्स’, और ‘मैडली, क्लीन शेवन’ जैसे शो में सह-लेखक के रूप में भी काम किया है।संपादक मोहिनी शर्मा एडवोकेट