बयान के बाद विपक्ष के सवालों में घिरे प्रधानमंत्री, गलवान घाटी पर चीन के दावे पर केन्द्र का क्या है जवाब?

समाचार एजेंसी न्यूज़ एसएम न्यूज़ के साथ

भारतीय प्रधानमंत्री के इस बयान के बाद कि चीन ने किसी भी क्षेत्र में घुसपैठ नहीं की, विपक्ष की ओर से काफ़ी हंगामा किया जा रहा है।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि चीनी घुसपैठ पर सर्वदलीय बैठक में दिया गया मोदी का बयान साबित करता है कि चीनी आक्रमकता के सामने उन्होंने समर्पण कर दिया है।उन्होंने केन्द्र सरकार से पूछा कि यदि भूमि चीनी थी तो हमारे सैनिकों को क्यों मारा गया और वे जाबाज़ कहां मारे गए थे। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने कहा कि वास्तविक नियंत्रण रेखा मुद्दे पर प्रधानमंत्री की टिप्पणियों से असल में हर कोई चकित एवं हतप्रभ है।उन्होंने कहा कि सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा कि कोई बाहरी व्यक्ति लद्दाख में भारतीय क्षेत्र के अंदर नहीं था। यह स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री का बयान सेना प्रमुख, रक्षा मंत्री और विदेश मंत्री द्वारा दिए गए पहले के बयानों का खंडन करता है।

उन्होंने कहा कि यदि किसी चीनी सैनिक ने एलएसी पार नहीं किया तो 5 या 6 मई को ‘फ़ेस-ऑफ़’ क्या था? 5 मई और 6 जून को क्या मुद्दा था जिस पर भारतीय कमांडर अपने चीनी समकक्षों से बात कर रहे थे? भारत और चीन के कोर कमांडर के बीच वार्ता के विषय क्या थे? गलवान घाटी में चीन के दावे के लिए सरकार का क्या जवाब है, क्या सरकार इसे ख़ारिज कर देगी?ज्ञात रहे कि शुक्रवार को सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजनीतिक दलों से कहा था कि न तो चीन ने हमारी सीमा में घुसपैठ की है और न ही कोई पोस्ट बनाया गया है।

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