हाल-ए-सीएचसी बड़ागांव आये दिन खाली मिलती है महिला चिकित्सक की कुर्सी बेबश हो झोलाछापों के झांसे में पड़ते हैं मरीज

सगीर अमान उल्लाह मोहम्मद वसीम कुरेशी संवाददाता मसौली बाराबंकी।

मसौली बाराबंकी। देर से आना जल्दी जाना यह रीति है पुरानी। जिसके चलते पीड़ित मरीजों को जिला अस्पताल या क्षेत्र में झोलाछाप डॉक्टरों की शरण में इलाज कराने को मजबूर होना पड़ता है। उक्त मामला कही दूर का नही जिला मुख्यालय से मात्र 15 किमी की दूरी पर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बड़ागांव में दन्त की महिला डॉक्टर तैनात है। लेकिन यह कब आती है और कब चली जाती है इसकी कोई समय सीमा नही है। जिसके चलते तमाम लोगों को कई कई बार अस्पताल के चक्कर लगाने के बाद भी निराशा ही हाथ लगती है। जो मजबूर होकर झोलाछाप डॉक्टरों की शरण में पहुंच जाते है। जिसमें पीड़ितों का झोलाछाप डॉक्टर जमकर शोषण करते है। कस्बा मसौली की रहने वाली एक महिला शीलू मिली जो बताती है कि आज भी दन्त की डाक्टर नही मिली और 29 जून को भी आई थी तब भी नही मिली थी। दोनों दिन पर्चा बनवाने के बाद लौटना पड़।इसी तरह से पीड़ितों को वापस लौटना पड़ा है। पीड़ित ने स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों मुख्य चिकित्साधिकारी बाराबंकी से ओपीडी के समय में डाक्टर की मौजूदगी रहने की गुहार लगाई है। जिससे पीड़ित को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बड़ागांव में ही उपचार हो सके।

सगीर अमान उल्लाह मोहम्मद वसीम कुरेशी संवाददाता मसौली बाराबंकी।

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