एटा। उत्तर प्रदेश के एटा में बिजली विभाग की लापरवाही आए दिन सामने आती रहती है। कभी कोई बिजली के गिरे खम्बे को कई दिनों तक गिरे रहने देना, रोज वोल्टेज घटना और बढ़ना, बिल नहीं निकालना, अनाब सनाब बिल निकाल कर देना और रही बात जब बिजली खराब होने की तो उसका फिर भगवान ही मालिक है।
ऐसा ही ताजा नजारा आज शहर की ठण्डी सड़क का है। शहर के ठण्डी सड़क, एमपी नगर की बिजली कल रात से खराब है जिसका कारण पूछने के लिए कई बार बिजली विभाग के अधिकारियों/कर्मचारियों को अधिकतर उपभोक्ताओं ने फोन किया लेकिन किसी का भी नम्बर नहीं लगा और किसी का गलती से लग गया तो फोन उठा ही नहीं।हद तो तब हुई जब डीएम साहब के यहां से बिजली विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी का नम्बर लेकर बात की तो उन्होंने कहा कि बिजली आ रही है उस एरिया की लेकिन वोल्टेज कम हैं। जब उनसे कहा गया कि आपको इस एरिया के कर्मचारी ने गलत सूचना दी है कि बिजली आ रही है। उसके बाद फिर एरिया के कर्मचारी का फ़ोन आया। लम्बी बहस के बाद जब उनसे कहा गया कि हम मोहल्ले के सभी उपभोक्ताओं के मीटर के फोटो आपको भेज रहे हैं तब बताना कि बिजली आ रही है या नहीं। तब जाके साहब ने अपनी गलती मानी। इसे चोरी और सीनाजोरी कहना ही सही होगा?
जैसा कि सभी को पता है कि बिजली विभाग की लापरवाही की वजह से अधिकतर लोगों में गुस्सा बना रहता है। वहीं आज लोग यह भी चर्चा करते दिखाई दिए कि मोदी जी निजीकरण कर रहे हैं वह बहुत सही है। कम से कम प्राइवेट कर्मचारी फोन उठाकर और लापरवाही न करके जनता की समस्या तो सुनते हैं, सरकारी वाले तो यह भी नहीं करते। फ़ोन नंबर सब शोपीस के लिए हैं। एक युवक ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि एटा में भी बिजली प्राइवेट होनी चाहिए, क्योंकि रुपए तो दोनों जगह लगेंगे लेकिन सुविधा तो प्राईवेट वाले ही अच्छी दे पाएंगे।