मसौली बाराबंकी। बुधवार की प्रातः 3 बजे शुरू हुई मूसलाधार बारिश के बीच एक कच्ची छत गिरने से छत के नीचे सो रही 50 वर्षीय महिला की दबकर मौत हो गयी। आवाज सुनकर चीख पुकार मच गयी परिजनों और आसपास के लोगों ने पहुंचकर शव को निकाला। सूचना पर पहुँची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। घटना मसौली थाना क्षेत्र की ग्राम पंचायत बांसा में वुधवार की भोर करीब 4 बजे घटी जब बांसा निवासिनी सरोजनी देवी पत्नी स्व. ईश्वरदीन अपने मिट्टी के कच्चे मकान में तीन पुत्रों के परिवार के साथ रहती थी। मंगलवार की रात्रि आंगन में चारपाई पर सोई सरोजनी देवी सुबह करीब तीन बजे बारिश की शुरुआत होते ही यूक्लिप्टस की टहनियों से पटी कच्ची के नीचे आकर लेट गई। बारिश के कारण सल्सलानी छत अचानक भरभराकर गिर गयी जिसकी आहट से परिजनों की चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग पहुंच गये और आनन फानन में मिट्टी को हटाकर महिला को निकाला गया तब तक महिला की मौत हो चुकी थी। सूचना पर पहुँचे उपनिरीक्षक धनीराम वर्मा ने शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
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चार दिन पूर्व बनायी गयी थी छत
वुधवार की भोर ग्राम बांसा में जिस छत के गिरने से महिला की मौत हुई है उस छत को चार दिन पूर्व यूक्लिप्टस के टुकड़ों के सहारे बनाया गया था। ताजी पटाई होने के कारण बारिश का पानी नीचे तक सल्सला गयी और ढह गयीं। घटना के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
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जीते जी नही मिल पाया आवास
मृतक सरोजनी देवी का परिवार काफी गरीब है जिनके पास मात्र 5 बिसवां ही जमीन है। परिवार का पालन पोषण करने के लिए परिजनों को मजदूरी एक मात्र सहारा है।जिनके पास अंत्योदय कार्ड भी नही है। मृतका का मकान कच्चा होने के कारण आवास के लिए चयनित किया गया था परन्तु यह किसी को पता नही था कि जिस महिला को सरकारी आवास बनाने की कागजी खानापूर्ति हो रही उसको आवास मिलने से पूर्व ही कच्ची छत गिरने से काल के गाल में समा जायेगी।
शमीम अंसारी बाराबंकी: एसएम न्यूज24टाइम्स .