96 प्रतिशत मृत्युदर के साथ हेपेटाइटिस बी और सी दूसरी सबसे घातक बीमारी
समाचार एजेंसी न्यूज़ एसएम न्यूज़ के साथ
नई दिल्ली । टीबी यानी ट्युबरक्युलोसिस की बीमारी के बाद हेपेटाइटिस दूसरी सबसे घातक बीमारी मानी जाती है। 96 प्रतिशत मृत्युदर के साथ, हेपेटाइटिस बी और सी की बीमारी दुनिया के लिए एक बड़ी चिंता का विषय बनी हुई है। हैरान करने वाली बात तो यह है कि इसके 80 प्रतिशत मरीजों को पता ही नहीं है कि वे इस बीमारी से ग्रस्त हैं। चूंकि, शुरुआती चरणों में इसके कोई लक्षण नहीं नजर आते हैं, यह बीमारी अंदर ही अंदर गंभीर होती जाती है, इसलिए इसे साइलेंट किलर के नाम से जाना जाता है। दुर्भाग्य से यह बीमारी एक से दूसरे में फैलती है और इलाज में देरी से परिणाम भी बेहतर नहीं मिलते हैं। हेपेटाइटिस बी भारत में सिरोसिस का दूसरा सबसे बड़ा कारण है (शराब के बाद)। यह भारत में लिवर कैंसर का मुख्य कारण बना हुआ है क्योंकि लिवर कैंसर के 40 प्रतिशत से अधिक मरीज हेपेटाइटिस बी से संबंधित हैं। डब्ल्युएचओ द्वारा साझा किए गए हालिया आंकड़ों के अनुसार, 29 करोड़ से भी ज्यादा लोग हेपेटाइटिस की बीमारी से ग्रस्त हैं, लेकिन उन्हें इसके बारे में कोई खबर नहीं है।
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