भाजपा नेताओं के लिए सबक है सिद्धार्थ का सेवा जुनून! किसान मोर्चा नेता निजी खर्चों से कर रहे है जनता की कोरोना काल मे सेवा मास्क वितरण, गांवो का सैनिटाइजर जैसे कई काम बने हैं चर्चा का विषय
कृष्ण कुमार द्विवेदी(राजू भैया)
बाराबंकी। बिना लाग लपेट यदि कहा जाए तो भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश मंत्री सिद्धार्थ अवस्थी सिद्धू का सेवा कार्य जिले के कई भाजपा नेताओ व जनप्रतिनिधियों के लिए सबक है! इस युवा नेता ने अपने निजी खर्चे से गांवों में मास्क के वितरण एवं सैनिटाइजर का जो कार्य किया है उसकी सर्वत्र जमकर जनता में चर्चा हो रही है। तो खबर यह भी है कि कई भाजपा नेताओं को इससे ईर्ष्या की उबकाई भी आ रही है?
कोरोना महामारी ने बाराबंकी में दहशत का माहौल तैयार कर रखा है। अब तक इसकी चपेट में आकर दो लोगों की मौत हो गई है। जबकि तमाम लोग इस महामारी से संक्रमित भी हो चुके हैं। बीते मार्च महीने में जब लॉक डाउन की शुरुआत हुई थी तो उस समय सभी राजनीतिक दलों के लोगों ने जनता की सेवा में अपनी पूरी ताकत लगा दी थी। लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया राजनीतिक दल अथवा उनके नेताओं की सेवा हाशिए पर चली गई? लेकिन फिर भी ऐसे कई जिले के नेता हैं जिन्होंने अपनी सेवा को अभी भी कम होने नहीं दिया है। यदि हम सत्तापक्ष की बात करें तो भाजपा में कई मंच के बड़े नेता इस महामारी में जनता की सेवा करने के दृश्य से गायब हैं? भाजपा किसान मोर्चा उत्तर प्रदेश के मंत्री एवं स्वर्गीय पूर्व विधायक पंडित सुरेंद्र नाथ अवस्थी के पुत्र सिद्धार्थ अवस्थी जरूर अपनी सेवा एवं अपने कार्यों से रामनगर व जिले में चर्चा का विषय बने दिखाई देते है!
सिद्धार्थ अवस्थी ने जब से कोरोना महामारी का आतंक प्रारंभ हुआ है तभी से रामनगर क्षेत्र में लोगों की मदद के लिए अपने हाथ आगे फैलाए हैं। उन्हें उन्होंने अभी तक पीछे नहीं किया है। श्री अवस्थी ने हैदरगढ़ सहित कई अन्य क्षेत्रों में भी गरीब, जरूरतमंदों के लिए मदद के कार्य किए हैं। लेकिन रामनगर विधानसभा क्षेत्र के दर्जनों गांव में स्वयं के खर्चे से सैनिटाइजर कराना, लोगों को मास्क वितरित करना, डॉक्टरों की टीम के साथ गांवों में पहुंचकर लोगों को कोरोना से जागरूक करना, ऐसे तमाम कार्य हैं जो इस युवा नेता ने अब तक सफलतापूर्वक क्रियान्वित किया है। खबर है कि सिद्धार्थ अवस्थी ने रामनगर के कई गांव में अब कोरोना जांच कराए जाने की व्यवस्था को भी अंतिम रूप दे दिया है! सिद्धार्थ ने अधिवक्ताओं का भी सम्मान किया। गांव के लोगों का सम्मान किया।जबकि जाति एवं धर्म से ऊपर उठकर उनका सेवा कार्य आज भी जारी है। जाहिर है कि अभी विधानसभा के चुनाव का समय काफी दूर है। ज्यादातर नेता चुनाव के समय ही जनता के बड़े सेवक बने नजर आते हैं। लेकिन लगभग 2 साल पहले जनता के बीच उतरकर अपनी पूरी टीम के साथ इस प्रकार से सेवा कार्यों को आगे बढ़ाना युवा नेता की सेवा जुनून को स्पष्ट दर्शाता है। यह सेवा का जुनून भाजपा के कई बड़े नेताओं के लिए करारा सबक भी है? यही नहीं यदि हम जनप्रतिनिधियों की बात करें तो दरियाबाद के विधायक सतीश शर्मा सहित कुछेक जनप्रतिनिधि ही हैं जो अपने क्षेत्र में जरूरतमंदों की सेवा में जुटे नजर आते हैं? कई जनप्रतिनिधि तो ऐसे हैं जिनके बारे में बात करना भी बेमानी लगता है?
कुल मिलाकर स्पष्ट है कि यदि सिद्धार्थ अवस्थी के सेवा जुनून को बाराबंकी भाजपा के नेता आत्मसात करते और पूरा कार्यक्रम पूरे जनपद में एकजुटता के साथ एक अभियान के रूप में चलता तो भाजपाई सेवा का नजारा जनपद में कुछ अलग ही दिखाई देता! इस दौरान जब युवा भाजपा नेता सिद्धार्थ अवस्थी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मैं भाजपा का एक अदना सा कार्यकर्ता हूं, बेटा हूं। संगठन मेरा अभिभावक है। मुझे जनता की सेवा करने में आत्म संतुष्टि मिल रही है। जो मेरे लिए एक अलग अच्छा अनुभव है। उन्होंने कहा कि ना तो मैं कोई पद पाने के लिए यह सेवा कर रहा हूं और ना अन्य किसी अभिप्राय से। संगठन का निर्देश है कि प्रत्येक भाजपा कार्यकर्ता महामारी के इस काल में जरूरतमंदों की मदद करें। बस वही कर रहा हूं। हां मेरे लिए संगठन का आदेश सर्वोपरि है। साफ है कि सिद्धार्थ के कार्यों की चर्चा जनता कर रही है। भाजपा के समर्पित कार्यकर्ता भी कर रहे हैं। लेकिन खबरें छनकर यह भी आती हैं कि इस युवा नेता की सेवा का यह जुनून कई बड़के भाजपा नेताओं को ईर्ष्या की उबकाई भी ला रहा है?