सरजू नदी का का जलस्तर खतरे के निशान से एक मीटर से ऊपर 80 हजार की आबादी प्रभावित

शमीम अंसारी बाराबंकी: एसएम न्यूज24टाइम्स .

बाराबंकी । जिले में एकाएक सरयू नदी का जलस्तर बढ़ने से तहसील रामसनेहीघाट, फतेहपुर, रामनगर और सबसे ज्यादा तहसील सिरौली पुर के गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। नेपाल द्वारा कल 2 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से सरयू नदी का जलस्तर 1मीटर 8 सेंमी खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है। जिसके चलते सैकड़ों गांव में तबाही का मंजर फिर से शुरू हो गया।

केंद्रीय जल आयोग कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के मुताबिक ये जलस्तर और बढ़ सकता हैं।

 

नेपाल से छोड़े जा रहा पानी जिले के तराई क्षेत्र में कहर बरपा रहा है। उफनाई सरयू तीन तहसील क्षेत्रों के सवा सौ गांवों में कहर बरपा रही है। 80 हजार की आबादी बेघर हो गई है। लोगों के घरों में कई फिट तक पानी भरने से हजारों की आबादी संकट में है। लोग अपने-अपने घरों को छोड़कर तटबंध पर शरण ले रहे हैं। वहीं इस बीच बाढ़ के पानी की चपेट में आने से कई गावों के संपर्क मार्ग बह गया। इससे उन रास्तों से गांव के लोगों का आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया है। चारों तरफ बाढ़ से अफरतफरी मची है। कई गावों में तो लोग नाव पर ही अपनी जिंदगी गुजारने को मजबूर हैं। हालात ऐसे हैं कि महिलाएं नाव के ऊपर ही किसी तरह चूल्हा जलाकर अपना और अपने परिवार का पेट भर रही हैं।
मार्गों पर पानी भर जाने की वजह से बाढ़ पीड़ितों को निकलने में परेशानी हो रही है।
अपर जिलाधिकारी संदीप कुमार गुप्ता ने बताया जिला प्रशासन ने बाढ़ छेत्र में 9-9 बाढ़ चौकियां व बाढ़ राहत केन्द्र बनाए है। 3 बाढ़ पीडितों के लिए आश्रय स्थल, खोज v बचाव के लिए 135 नावों का संचालन जारी है। एक पीएसी की बटालियन बचाव कार्य में जुटी है। अबतक 12 कच्चे पक्के मकान छेत्र में ढह चुके है।

शमीम अंसारी बाराबंकी: एसएम न्यूज24टाइम्स .

Don`t copy text!