-ताजा अध्ययन में हुआ खुलासा
नई दिल्ली । शराब पुरुषों और महिलाओं दोनों में बांझपन का कारण हो सकती है। वर्तमान समय में दुनिया भर में पार्टी में शराब का उपयोग आम है, लेकिन भारी मात्रा में शराब पीने से स्वास्थ्य पर इसका प्रभाव ज्यादा होता हैं। रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के अनुसार लगभग 35 प्रतिशत पुरुष और महिलाओं में बांझपन के कारकों की पहचान की गई। अध्ययन में बताया गया कि लगातार ज्यादा मात्रा में शराब पीने से शुक्राणु पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता हैं। एक सप्ताह में 14 या इससे अधिक बार पेय लेने से टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम हो सकता है और शुक्राणुओं की संख्या प्रभावित हो सकती है।शराब शुक्राणुओं की संख्या, आकार, आकृति और गतिशीलता में परिवर्तन करके प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकती है। ज्यादा मात्रा में शराब का सेवन करने से शुक्राणु उत्पादन कम हो सकता है और इसके साथ ही नपुंसकता या बांझपन हो सकता है। वीर्यकोष सिकुड़ जाता है, जिसके कारण नपुंसकता या बांझपन हो सकता है। क्या हैंड सैनिटाइज़र का स्पर्म पर असर पड़ता है? एक अध्ययन में पाया गया कि जीवाणुरोधी पदार्थ ट्रिक्लोसन शुक्राणुओं की संख्या को कम कर सकता है। बार-बार कुछ रसायनों के संपर्क में आने से शुक्राणु को नुकसान हो सकता है।
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