नगर पालिका की शिथिलता के कारण शहर में लग रहा है भीषड़ जाम -पुलिस चैकी से लेकर धनोखर चैराहे तक व्यापारियों ने कर रखा है अतिक्रमण!
अब्दुल मुईद सिटी रिपोर्टर-एसएम न्यूज 24 टाइम्स
-धनोखर चैराहे की पार्किंग पर भी दबंगों का कब्जा! -शहर की सड़को की सफाई न होने से गंदगी का अम्बार!
बाराबंकी। रोड पर अवैध अतिक्रमण के कारण लग रहा भीषण जाम, किन्तु दिखाई नहीं दे रहा है नगर पालिका व पुलिस प्रशासन को। शहर की जनता जाम से त्रस्त, कई व्यापारियों ने रोड पर सामान रखकर मार्ग को सकरा कर दिया है। जब कभी अतिक्रमण पहुंचती है टीम तो छुटभैइया नेता चमकाने लगते अपनी नेतागिरी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस चैकी से घण्टाघर तक तो कई व्यापारियों ने अतिक्रमण की अति कर रखी है। हैरत की बात तो यह है कि इसी रोड नगर पालिका से लेकर थाने की पुलिस का आवागमन प्रतिदिन होता रहता है, किन्तु जिम्मेदारों को उक्त भीषड़ जाम न दिखाई देता है और नहीं अवैध अतिक्रमण को हटाने की हिम्मत जुटा पा रहे हैं। हद तो यहाँ तक हो गई है कि दबंगों ने रोड पर निकलना दुश्वार कर दिया है। किसी भी आकस्मिक अवस्था में शहर के अंदर से निकलता टेढी खींर साबित हो रहा है। मालूम हो कि कई अतिक्रमणकारी चैकी से लेकर नगर पालिका तक पहुंच बताकर अवैध अतिक्रमण कर रखा है। वहीं दूसरी तरफ जब कोई अधिकारी अवैध अतिक्रमण हटाने के लिए जाता है तो कई कथित व्यापारी नेता पहुंच जाते हैं अपनी नेतागिरी चमकाने और प्रशासन पर दबाव बनाने लगते हैं, दरअसल वह अपनी नेतागिरी के चक्कर में शहर को अतिक्रमणयुक्त बनाने में लगे हैं।
शहर के मुख्य मार्गो पर अतिक्रमण की भरमार है। जगह-जगह सड़कों पर लोगों ने अतिक्रमण कर लिया है, इससे पैदल चलने वाले परेशान हैं। शहर की सड़कों पर कब्जे के कारण नगरवासी भी काफी परेशान नजर आते हैं। शहर के मार्ग पर व्यापारियों ने अपना सामान रख लिया है, इस कारण धनोखर चैराहा, घण्टाघर, निबलेट तिराहा, नाका सतरिख, नाका पैसार पल्हरी चैराहा आदि स्थानों पर वाहनों का निकलना भी मुश्किल हो गया है। शहर के मुख्य चैराहों पर अतिक्रमण के कारण शहर में हर समय जाम की स्थिति बनी रहती है। लोग जान जोखिम में डालकर सड़क पर चलने को मजबूर हैं। शहर में हो रहे सड़क पर कब्जे के चलते लोगों का पैदल निकलना मुश्किल हो गया है। मुख्य बाजार में सामान लेने जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कई बार मुख्य बाजार में भयंकर जाम लग जाता है। जाम से निकलने में कई कई घंटे बर्बाद हो जाते हैं। लोग सारा दिन जाम में फंसकर रह जाते हैं।
स्थानीय निवासी फिरोज अहमद का कहना है कि यह नगर पालिका परिषद नवाबगंज की जिम्मेदारी है वह इस तरह के अवैध कब्जों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए ताकि नगरवासियों को पैदल चलने में किसी प्रकार की असुविधा न हो। प्रशासन यदि अतिक्रमण करने वाले के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे तो सड़कों पर कब्जा करने की उनकी हिम्मत नहीं होगी।
वही अधिवक्ता नीरज वर्मा का कहना है कि नगर पालिका परिषद नवाबगंज की लापरवाही व उदासीनता के चलते लोग सरकारी संपत्ति पर कब्जा कर लेते हैं। इसका खामियाजा पैदल चलने वालों को उठाना पड़ता है। फुटपाथ व सड़क पर कब्जा होने के कारण लोग भीड़ भरे रास्ते में चलते और आए दिन दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। यदि फुटपाथ खाली हो तो लोग आराम से पार्किंग व आ-जा सकते हैं। अधिवक्ता मनोज आनन्द का कहना है कि हालांकि नगर पालिका व पुलिस प्रशासन समय-समय पर अवैध कब्जाधारियों के खिलाफ अभियान चलाता है, लेकिन रसूखदारों का अतिक्रमण नहीं हटवाता इस कारण अन्य व्यापारी भी कुछ समय बाद दोबारा अतिक्रमण कर लेते हैं। इस कारण लोगों का पैदल निकलना दूभर हो जाता है। अवैध कब्जे के कारण मार्ग संकरे हो गए हैं। इसके चलते लोग पैदल भी नहीं निकल पाते। अतिक्रमणकारियों के खिलाफ नगर पालिका कोई कार्रवाई नहीं करती, इस कारण इनके हौसले बुलंद होते जा रहे हैं।
चैराहों व फुटपाथों पर दबंगों का अतिक्रमण
दुकानदारों ने शहर के फुटपाथ व नालियों को बंद कर उस पर अपना सामान रख लिया है। इसके चलते नाले जाम हो गए हैं। नाली बंद होने से गंदा पानी सड़कों पर फैल जाता है। जिस कारण कोरोना व अन्य संक्रामक बीमारियांे के फैलने की प्रबल आशंका है।