शिक्षा के साथ साथ दें संस्कार

मोहम्मद वसीम कुरेशी संवाददाता मसौली बाराबंकी।7874257456

मसौली बाराबंकी। मसौली चैराहा पर आयोजित साप्ताहिक दिव्य सत्संग कथा ज्ञान यज्ञ के द्वतीय दिवस कथा व्यास पं कुलदीपष्मृदुलांशष्जी ने रामजी के परम भक्त श्री हनुमान जी के अवतार की भी कथा सुनाई उन्होंने बताया कि जिस खीर को अयोध्या में रानियों ने ग्रहण किया उसी खीर का प्रसाद माता अंजनी ने ग्रहण किया जो कि एक चील उड़ा के अंजनी जी के पास पहुंचाती है मृदुल जी ने बताया कि पवन देवता के स्पर्श से शिव जी के तेज से और खीर प्रशाद के ग्रहण करने से जो बालक हुआ उसी को पवनपुत्र संकरसुवन केशरी नन्दन नाम से पुकारा गया इनके और नाम के बारे में भी बताया कि इन्द्र के बज्र प्रहार से जो इनकी हनु टेड़ी हुई इससे इनका नाम हनुमान तथा समस्त देवताओं के वरदान से इनका शरीर बज्र के समान अर्थात किसी भी शक्ति का कोई प्रभाव नही तो इनका नाम बजरंगी पड़ा मृदुलांश जी ने कहा कि श्री राम जी का पावन चरित्र हमको आपको जीवन की महान उपलब्धियों की ओर प्रेरित करता है। उपस्थित भक्तों ने कथा का रसपान कर प्रसाद ग्रहण किया।

मोहम्मद वसीम कुरेशी संवाददाता मसौली बाराबंकी।7874257456

 

 

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