सतनामी भक्तों के जयकारों से गूंजा कोटवाधाम लाखों श्रद्धालुओं ने चढ़ाया प्रसाद, चप्पे-चप्पे पर लगी है पुलिस
मामुन अंसारी जिला ब्यूरो बाराबंकी(एस0एम0 न्यूज 24 टाइम्स)9044641489
सिरौलीगौसपुर बाराबंकी। सन्त शिरोमणि समर्थ जगजीवन साहेब का 351वां जन्मोत्सव उनकी तपोस्थली पर श्रद्धा व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर उपस्थित सतनामी भक्तों ने जयकारों के साथ एक दूसरे पर अमीर गुलाल व फूल बरसाए।समर्थ जगजीवन साहेब की तपोभूमि कोटवाधाम में एक दिन पूर्व से भक्तों के आने का शुरू हुआ सिलसिला लगातार चलता रहा। भोर पहर से ही मंदिर परिसर में जनसैलाब उमड़ पड़ा। ठीक 7 बजे से मंदिर परिसर में ढोल मंजीरा व अमीर गुलाल के साथ शुरू कार्यक्रम घंटो चलता रहा। इससे पूर्व श्रद्धालुओं ने पवित्र अभरन सरोवर में स्नान करके प्रसाद चढ़ाना व फेरी लगाने का सिलसिला शुरू कर दिया था। स्वामी जी के जन्मोत्सव के अवसर पर बड़ी गद्दी के महंत नीलेंद्र दास, छोटी गद्दी के महंत विशाल दास व हिमांगिनी दास के आश्रम पर पूरा दिन भजन कीर्तन लंगर भोजन प्रसाद वितरण का कार्यक्रम चलता रहा। इस अवसर पर भक्तों में कढ़ी चावल का वितरण किया गया। श्रद्धालुओं ने बाबा के जन्मोत्सव में सम्मलित होकर अपने सुखी व समृद्ध जीवन की कामना की। सत्यनाम आश्रम व धर्मशालाओं में पूरा दिन भजन व सत्संग चलते रहे। इस अवसर पर बड़ी गद्दी व छोटी गद्दी के महंतो से हजारों लोग दीक्षा प्राप्त करके स्वामी जगजीवन दास साहेब द्वारा बताए गए सत्य मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। पूरा मेला क्षेत्र श्रद्धालुओं से खचाखच भरा हुआ है। मेले में आए भक्तों में अपार उत्साह देखने को मिला। मेला परिसर में उमड़ा अपार जनसमूह को देखकर दुकानदारों के चेहरे खिल उठे। समर्थ श्री जगजीवन साहब दास के जन्मोत्सव पर तपोस्थली कोटवाधाम बड़े बाबा के जयकारों से गूंज उठा। बाबा की समाधि स्थल पर माथा टेकने के लिए कई जिलों व गैर प्रान्त के लाखों भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। पुलिस को भीड़ नियंत्रित करने में पसीने छूटे। बड़े बाबा के जन्मोत्सव पर हर घर में उत्सव जैसा माहौल रहा। सच्चे दरबार की जयकारों से पूरा धाम गूंजता रहा है। यहां पर तिल रखने की जगह नहीं बची है, श्राद्धलुओं का आवागमन लगातार जारी है। भीड़ को देखते हुए तीनों द्वार दर्शन के लिए खोल दिए गए हैँ। दरियाबाद ब्लॉक के कोटवाधाम में समर्थ श्री जगजीवन साहेब दास की तपोस्थली स्थित है। बड़े बाबा के 351 वें जन्मोत्सव पर पवित्र अभरन से लेकर समाधि स्थल को सजाया गया है। बाबा के समाधि मंदिर के साथ ही उनके शिष्यों की समाधि स्थल की भव्य सजावट की गई है। जन्मोत्सव पर बड़े बाबा के धाम कोटवाधाम उल्लास से परिपूर्ण नजर आ रहा है। समर्थ श्री जगजीवन साहेब दास का जन्म माघ शुक्ल पक्ष की सप्तमी को प्रातरू काल सूर्योदय के साथ घाघरा तट पर स्थित ग्राम सरदहा में चंदेल वंशीय क्षत्रीय कुल के गंगाराम के यहां हुआ था। बड़े बाबा का जन्मोत्सव उनके लाखों अनुयायी बड़े ही हर्षोल्लास के साथ प्रतिवर्ष की तरह समाधि स्थल पर माथा टेक मनाने पहुंचे हैं।मान्यता है कि बाबा के जन्मोत्सव पर उनके दरबार में जो सतदीप (सच्चे मन से) जलाता है। उसके समस्त पाप मिट जाते हैं। यहां पर बड़े साहेब का जन्मोत्सव मनाने बाराबंकी, बहराईच, गोण्डा, बलरामपुर, सुल्तानपुर, अमेठी, फैजाबाद, रायबरेली, लखनऊ, उन्नाव, कानपुर तथा गैर प्रांत से भी भक्त पहुंच रहे हैं। मुख्य द्वार से समाधि स्थल जाने के लिए भक्तों का रैला था। सुबह दस बजे तक इतनी भीड़ थी, कि पुलिस को मुख्य गेट पर भीड़ नियंत्रित करने के लिए मशक्कत करनी पड़ी। हाथों में प्रसाद लिए भक्त सच्चे दरबार की जय का उद्घोष कर रहे थे। भक्तों के लिए तीनों कपाट खोल दिए गए थे। पवित्र अभरन में स्नान करने के बाद भक्त सीधे प्रसाद चढ़ाने के लिए कतारों में लग रहे थे। यहां पर विशाल मेला भी लगा था। लोगों ने जमकर खरीददारी भी की। यहां पर बच्चों के खोने पर खोया पाया केंद्र भी पुलिस द्वारा बनाया गया है।
मामुन अंसारी जिला ब्यूरो बाराबंकी(एस0एम0 न्यूज 24 टाइम्स)9044641489