हुसैनी बनो ज़ालिमों की हिमायत न करो  ज़ुल्म का साथ न दें मज़लूमों की हिदायत करें -मौ. सै. मो.रज़ा ज़ैदपुरी

सगीर अमान उल्लाह जिला ब्यूरो बाराबंकी

शान्ति पूर्ण ढ़ंग से किया एन.आर.सी. एवं सी.ए.ए. का विरोध

बाराबंकी । हुसैनी बनो ज़ालिमों की हिमायत न करो । ज़ुल्म का साथ न दें मज़लूमों की हिदायत करें।यह बात मस्जिद इमामिया में जुमे के ख़ुतबे के दरम्यान इमामे जुमा आली जनाब मौ. सै. मो.रज़ा ज़ैदपुरी साहब क़िबला ने कही ।उन्होंने ने यह भी कहा कि जो लोग दूसरों के लिए गड्ढा खोदते हैं वो ख़ुद ही उस गड्ढे में गिरते हैं।क्योंकि जिसके लिए खोदते हैं खुदा उसकी हिफ़ाजत करता है।शान्ति पूर्ण ढ़ंग से किया एन.आर.सी. एवं सी.ए.ए. का विरोध ।मीडिया के माध्यम से अपना विरोध सरकारों तक पहुंचाने की अपील की है।मौलाना ने आगे कहा कि बबूल का पेड़ लगाने वाले उम्मीद न  करें.कि उन्हें आम खाने को मिलेगा । दहशत पसन्दों से अम्न की उम्मीद ऐसे ही है जैसे बबूल के पेड़ से आम की उम्मीद की जाए।परवरदिगार जालियों को उनके ज़ुल्म की तरफ़ पल्टाता है।जालमीन ज्यादा ख़ुश न हों । उन्हें तो होहलत दी गई है कि ज़ुल्म की हदें पार करलें ताकि मांफी काभी रास्ता बंद हो जाय ।शान्ति पूर्ण ढ़ंग से एन.आर.सी. एवं सी.ए.ए. का विरोध करने की बात की तो सभी ने समर्थन किया।मौलाना ने तमाम पत्रकार बन्धुओं से अपील की है कि हमारे इस विरोध को सरकार तक पहुंचाने में मदद करें।क्योंकि यह बिल सिर्फ़ मुसलमानों के लिए नहीं भारत के संविधान एवं भाईचारे के लिए एक खतरनाक कदम है। भाईचारे व अम्न को कायम रखने के लिए सहयोग करें।सगीर अमान उल्लाह जिला ब्यूरो बाराबंकी
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