बाराबंकी। शहर के जी.आई.सी मैदान में किसान सम्मेलन आयोजित किया गया। जिसमे लगभग 1000 प्रगतिशील किसानों ने हिस्सा लिया। सम्मेलन में देश के कईं हिस्सों से वैज्ञानिक भी सम्मलित हुए जिन्होंने किसानों को आलू, मेंथा और अन्य कई फसलों की सफल खेती में उचित अनुयोजनों के बारें में किसानों को अवगत करवाया। भारतीय कृषि अनुसंधान के केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान के पूर्व निर्देशक डॉ. एस के पाण्डे जिन्होंने आलू की कई उद्योग में प्रयोग होने वाली किस्मों की उत्पत्ति की है। डॉ. पाण्डे ने किसानों को आलू की आधुनिक किस्मे, उनके बीज का चयन, उत्पादन, कीट, बीमारी और कुपोषण के प्रबंधन से लेकर आलू के भण्डारण और सही मूल्य पाकर बिक्री के बारें में जानकारी दी द्य साथ ही डॉ. शम्भू कुमार, मुख्य, भारतीय कृषि अनुसंधान के केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान, पटना में सत्य आलू बीज तकनीक के द्वारा आलू उत्पादन के बारें में किसाओं को ध्यान औलोकित किया। साथ ही सी.इस.आई.आर सीमैप से कई वर्षों से कार्यर्थ शोधकर्ता जैसे डॉ मनोज सेमवाल, हेड, आई.सी.विभाग, सी.इस.आई.आर-सीमैप, लखनऊ उपस्तिथ हुए जिन्होंने मेंथा की फसल की आधुनिक तकनीकों के बारें में किसानों को अवगत करवाया। डॉ रमेश ने किसानों के कई सवालों के विस्तृत रूप से जवाब दिए। डॉ मनोज ने भारतरोहण सीमैप की साझीदारी के बारें में जानकारी दी।सगीर अमान उल्लाह जिला ब्यूरो बाराबंकी
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