करनी का फल भुगतना हर किसी को पड़ेगा..!

?️शादाब अली की कलम से?️

हॉस्पिटलो में इलाज के नाम पर हो रही मनमानी वसूली..!

समाज का वह वर्ग जो यह सोच रहा कि कठिनाई के दौर में जितना हो सके कालाबाजारी कर कमा लें व मानवता के अपराधी..!हमेशा अच्छे कर्म करें और दूसरों को भी अच्छे काम करने के लिए करें प्रेरित

यह बिल्कुल सही बात हैं कि जैसा कर्म करोगे वैसा ही फल मिलेगा हम सब के धर्मो में भी कहा गया है कि हमारे द्वारा किये गए प्रत्येक अच्छे और बुरे कर्म का फल हमें अवश्य ही मिलता है और इसी अच्छे और बुरे कर्म के कारण हमारे जीवन में परेशानियां भी आती जाती हैं।कहने का मतलब हैं कि जो आज के हालात हैं उस पर केंद्र और राज्य सरकारें इतना जरूर समझ लें कि जितनी अनमोल बेशकीमती जानें काल के आगोश में समा गई हैं उनके पीड़ित परिजनों की दुआएं बददुआएं जरूर लगने वाली हैं! जिनकी लापरवाही से मरीजो को समय पर आॅक्सीजन बिस्तर आदि आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं नहीं मिल पाईं उनके दिलों पर क्या गुजरी सिर्फ वही जान सकते है!

लेकिन ऐसे में वे लोग जरूर सरकार से प्रसन्न और खुश हैं जिन्हें कोरोना से मुकाबला करने के लिए सरकारी अस्पतालों में सुरक्षित इलाज मिल गया वह उनकी किस्मत भी कही जायेगी या पैसा रुतबे का खेल! लेकिन फिलहाल निजी अस्पतालों में जबर्दस्त मनमानी चल रही है चौतरफा बीमारों और तीमारदारों को जम कर लूटा व शोषण किया जा रहा है!पड़ोस के राज्य हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का यह कथन स्वागत योग्य है कि अगर निजी अस्पतालों ने कोविड-19 के इलाज के नाम पर मनमानी वसूली बंद नहीं की तो सरकार निजी अस्पतालों का प्रबंधन अपने हाथ में लेगी। अगर ऐसे ही अन्य राज्यों में भी मुख्यमंत्रीयों के द्वारा ऐसे प्राइवेट हॉस्पिटलो को चेता दें तो सायद कुछ लोगो को राहत मिल सकती हैं!

तो वही दूसरी ओर समाज का वह वर्ग जो यह सोच रहा है कि कठिनाई के दौर में जितना हो सके कालाबाजारी कर ले दवाइयां कई गुना दामों पर बेच ले व मानवता के अपराधी हैं व सब भगवान व खुदा के यहा दंडित होंगे जो समाज-मानवता विरोधी, कानून विरोधी और संविधान विरोधी गतिविधियों में लिप्त हैं!ऐसे लोगो को करनी का फल भुगतना हर किसी को पड़ेगा।

Don`t copy text!