प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थी कड़ाके की ठंड में खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर
जैदपुर से पत्रकार साहबूद्दीन सिद्दीकी की रिपोर्ट
प्रधान मंत्री आवास योजना के अन्तर्गत दुसरी व तीसरी किस्त न आने से लोग परेशान है। वहीं भारी संख्या में लोग प्रथम किस्त की आस लगाये दलालों की दलाली का शिकार होने को मजबूर है ।
ज्ञात हो कि नगर पंचायत जैदपुर जहां एक तरफ प्रधान मंत्री आवास योजना के अन्तर्गत भारी संख्या पात्रों को आवास देने का एक बहुत बडा योगदान प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने किया है वही दूसरी ओर विभाग के अधिकारियों द्वारा पैसा न लगाने से लोगों को भयंकर जाड़े का सामना खुलें आसमान ताले करना पड रहा है। शाहिद तुलसी, रीषा सुनील सीमा, कंजी रीता, रजजत, राम करन रईसा नगमा, इसलाम, अफसाना, लतीफ, शेरू, बुचची, जवाहर आजाद, सहित भारी संख्या मे लोगो ने बताया कि प्रथम किस्त फाउन डेशन मे लग गयी । दुततीय किस्त के भवन का निर्माण कर छत लगवा दिया है अब पैसा समाप्त हो गया प्लास्टर हम लोग कैसे कराये दो लाख मे पूरा आवास बनाना सम्भव नही है यदि तीसरी किस्त के पैसे मिल जाये तो भवन का कार्य पूरा हो जायेगा हम गरीबों को कोई उधार भी देने को तैयार नहीं जांच मे टी एल सी टी पूरे भवन को कम्प्लीट करने के बाद ही तीसरी किस्त भेजने की बात कहते है जब कि प्लास्टर करने के अलावा कुछ नहीं बचा है। और बिना पैसे के भवन का पूरा निर्माण हम गरीबों के बस से बाहर है। कई माह बीत गये हम गरीबों के आवास जस की तस पड़े हुये है। अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा गरीब पात्र लोग छेलते हुये आज भी बेघर है। यही नही पिछली डीपीआर 573/796 मे सैकड़ो की संख्या मे लोगों की प्रथम किस्त नही आयी और दुततीय किस्त के लिये अपना आशियाना उजाडे बैठे लोग ठंड मे ठिठुरते देखे जा सकते है। वही पुनः पात्र किये गये लाभार्थियों मे आरफा बेगम, जियाउलहक, विमला,सहनाज बानो, सहित दर्जनो लोगो के प्रार्थना पत्रों का अता पता नहीं चल रहा है। जबकि लेखपाल दिनेश सिंह ने पात्र की जांच कर अग्रेषित कर दिया है और डूडा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि तुम्हारा प्रार्थना पत्र विभाग को नही मिला है जबकि कानून गो आशुतोष सिह बताते हैं कि हम लोग भेज चुके है तो ऐसे मे इन गरीबों के प्रार्थना पत्रों को जमीन खा गयी कि आसमान, ये तो ऊपर वाला ही जाने जबकि ये लोग दुबारा भी उप जिलाधिकारी को लिखित प्रार्थना पत्र देकर आवास दिलाने की मांग की है। मजे की बात ये भी है कि विभाग मे तानाशाह बने बैठे अधिकारियों द्वारा भारी संख्या में लोगों के एम आई एस भी कराने मे सच्छम नही दिख रहे। छे छे माह बीत चुके है लोगों को फाइल दिये हुये और प्रथम किस्त नही आयी है। क्या इन लोगों की फाइलें गायब हो गयी है या विभाग तक पहुंची नही। ऐसे मे अजमेरा खातून मंजू देवी, सुमन बसंत , राजेन्द्र जीना दीपक अनीसा रामू,राम देई सहित तमाम लोगों ने पांच पांच बार फईले बनाकर दिया और आज भी पैसो के लिये तरस रहे है। जबकि भारी संख्या मे नये आवेदन पत्रों डीपीआर तक नही बनी है जिससे लोगों मे निराशा बनी हुई है। वहीं 102 , 233, की डीपीआर जो लेखपाल दिनेश सिंह कानून गो आशुतोष सिह, ईओ योगेश प्रसाद मिश्र द्वारा पात्र व आपात्रो को चिन्हित कर भेजी
गयी है वो राम भरोसे है। जबकि प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी जी का सपना हर सर के नीचे होगी छत इन अधिकारियों की लापरवाही के चलते लोगों को मिलना टेढ़ी खीर बनी है । इस संबंध में कई बार समाचार पत्रों द्वारा अवगत कराने के बाद आज भी कोई ठोस कार्यवाही न कर गरीबों की बे बेबसी का तमाशा देखा जा रहा है ।जिनकी कही सुनवाई नहीं होती ।
जैदपुर से पत्रकार साहबूद्दीन सिद्दीकी की रिपोर्ट