बाराबंकी। नगर के मशहूर होमियोपैथिक चिकित्सक डॉ. हफीज की पत्नी रुबीना हफीज का बीते दिनों कोरोना से देहांत हो गया। वो करीब 55 साल की थी। उनके निधन पर गांधी भवन में शोक सभा का आयोजन कर शहर के लोगों ने खिराजे अकीदत पेश की। गांधी जयंती समारोह ट्रस्ट के अध्यक्ष राजनाथ शर्मा ने बताया कि डॉ हाफिज के वालिद डॉ मोहम्मद रफी जनपद के एक लब्ध प्रतिष्ठ चिकित्सक ही नहीं बल्कि नेक दिल इंसान भी थे। वह समाज के अंतिम पायदान तक हर प्रकार की सहायता पहुंचाने में सदैव तत्पर रहते थे। उन्हीं के नक्शे कदम पर चलते हुए उनके बेटे डॉ मो हाफिज ने जरूरतमंदों और गरीब मरीजों की सेवा और उनकी मदद करना दीन का एक अहम हिस्सा माना। इसलिए वह चिकित्सा पेशे से जुड़े होने के कारण गरीबों की हर तरह से मदद करते है। उनकी पत्नी रुबीना हफीज एक संस्कारी और आतिथ्य सत्कार में भाव विभोर कर देने वाली महिला थी। जो दान, दया और धर्म के कामों में अपने पति का पूरा सहयोग करती थी। इस मौके पर प्रमुख रूप से सलाउद्दीन किदवई, मो उमेर अहमद किदवई, मो अहमद सीए, अनवर महबूब किदवई, राकेश त्रिवेदी, मुईन अहमद एडवोकेट, मृत्युंजय शर्मा, बाबू जमील उर रहमान, पाटेश्वरी प्रसाद, हुमायूं नईम खान, विनय कुमार सिंह, सरदार राजा सिंह आदि लोग मौजूद रहे।
मामुन अंसारी जिला ब्यूरो बाराबंकी(एस0एम0 न्यूज 24 टाइम्स)9044641489