एटा में युवक की हत्या: आरोपियों ने पिता की हत्या के 22 साल बाद बेटे को भी उतारा मौत के घाट

एटा – जिले में जमीन की रंजिश में पिता की हत्या के 22 साल बाद बेटे को भी मौत के घाट उतार दिया गया। मामला जैथरा थाना क्षेत्र का है। पुलिस ने रविवार सुबह ग्रामीणों की सूचना पर शव को अज्ञात में बरामद किया था। सोशल मीडिया पर फोटो वायरल होने के बाद दोपहर बाद शव की पहचान कर ली गई। मृतक के पिता की हत्या का मुकदमा हाईकोर्ट में चल रहा है।

थाना जैथरा क्षेत्र के गांव फगनौल और नगला रसक के बीच देवेंद्र उर्फ पिंटू (24) पुत्र रामवीर सिंह निवासी नगला झम्मन थाना सिढ़पुरा जिला कासगंज का शव शनिवार रात फेंका गया। मृतक के भाई विकास ने बताया कि गांव के ही लालाराम, राजवीर, उदयवीर और शंकर से जमीन की रंजिश चली आ रही है। आरोपियों ने पिता की हत्या 1999 में कर दी थी। 

घर से बुलाकर ले गए थे आरोपी
आरोप है कि यही लोग शनिवार सुबह 10 बजे देवेंद्र को घर से बुलाकर ले गए थे। इसके बाद शाम तक नहीं लौटने पर तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। रविवार सुबह लोगों के फोन में भाई की लाश का फोटो देखा। विकास का कहना है कि  पिता ने 1999 में गांव में लालाराम के भाई की जमीन खरीदी थी। इसी बात की रंजिश को लेकर पिता की गोली मारकर हत्या कर दी गई। 
सत्र न्यायालय में आरोपियों को दोषी ठहराया गया। अब उन्होंने हाईकोर्ट में अपील की है। पिता के हत्यारों ने पुरानी बातों को भुलाकर मेलजोल बढ़ाने का दिखावा कर धोखा दिया है। भाई की हत्या गला दबाकर की गई है। थानाध्यक्ष सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि अब तक तहरीर नहीं आई है। शव का पोस्टमार्टम कराया गया है।

एसएसपी उदय शंकर सिंह ने बताया कि रविवार सुबह अज्ञात शव मिला था, दोपहर में उसकी पहचान हो गई। परिजन हत्या का आरोप लगा रहे हैं, लेकिन मामला संदिग्ध प्रतीत हो रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का परीक्षण करने के बाद मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। 

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