राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने भारत नेपाल सीमा पर 59 वी वाहिनी सशस्त्र सीमा बल घुमनाभारू मे मनाया रक्षाबंधन उत्सव।
रक्षाबन्धन उत्सव समाज की सेवा और त्याग की भावना को जाग्रत करने का एक अवसर प्रदान करता है। मनुष्य के ह्रदय की गहरी और उच्चतम भावनाओं को व्यक्त करने वाला ये पवित्र पर्व है। भाई और बहन के बीच के अटूट स्नेह बन्धन का प्रतीक है। उक्त विचार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा 59 वी वाहिनी सशस्त्र सीमा बल घुमनाभारू में आयोजित रक्षा बन्धन कार्यक्रम में संघ के खंड कार्यवाह अमरेन्द्र वर्मा ने सम्बोधित करते हुए कहा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ वर्ष में 6 उत्सव मनाता है। रक्षा बन्धन भी उन्ही 6 उत्सवों में से एक है। रक्षा बन्धन का पर्व ऋषि परम्परा एवम् संकल्प की परम्परा से समाज को मजबूती प्रदान करता है। इस उत्सव से हम सब एक दूसरे की रक्षा की ओर भी संकल्पित होते है। हिंदुत्व के मार्ग से ही विश्व का कल्याण सम्भव है। कार्यक्रम मे उपस्थित सशस्त्र सीमा बल के जवानों को बहनो द्वारा रक्षा सूत्र बांधकर राष्ट्र रक्षा का संकल्प दोहराया गया।
इस अवसर पर स्वयंसेवक अखिलेश जी, विनोद प्रधान घुमनाभारू और सशस्त्र सीमा बल के राजिन्दर चंद्र,शुखदेव,प्रदीप कुमार ,जितेंद्र कुमार पवन चंद्र,गजपाल सिंह