दरोगा बोले जब मर जाओगी तब कफन में लपेट कर पोस्टमार्टम को भेज देंगे
मामला जनपद बाराबंकी के थाना जैदपुर का।
जैदपुर बाराबंकी एक तरफ जहां प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस प्रशासन को गुंडे माफियाओं से निपटने के लिए पुलिस को खुली छूट दे रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ कुछ पुलिस माफियाओं के साथ मिलकर अवैध जमीन पर कब्जा कराने प्रयास करती नजर आता है। मामला जनपद बाराबंकी के थाना जैदपुर क्षेत्र के ग्राम याकूदगंज का है जहां एक गरीब विधवा असहाय परिवार को जमीन पर कब्जा करने की नियत से गांव के ही कुछ दबंगों द्वारा बीते करीब 1 साल से प्रताड़ित किया जा रहा है। पीड़ित परिवार ने थाना जैदपुर व पुलिस अधीक्षक से लेकर कई उच्च अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई पर हल्का इंचार्ज की मिलीभगत से दबंगों के पक्ष में झूठी रिपोर्ट पेश की जाती है जिससे पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिल सका। हद तो जब हो जाती है कि दिनांक 30 12 2019 को एक बार फिर दबंगों द्वारा विधवा। लड़कियों पर जानलेवा हमला किया गया। जिसको 100 नंबर पुलिस मौके पर जाकर दोनों पक्षों को थाने आने को कहते हैं। 31 12 2019 को हल्का इंचार्ज की अदालत में दोनों पक्ष पेश हुए और पीड़ित परिवार ने अपना पक्ष रखा। जिस भर हलका इंचार्ज ने पीड़ित पक्ष को सलाह देते हैं कि अगर दबंग गालियां दे तो तुम अपने दरवाजे बंद कर लो। और कोई जवाब ना दो। नहीं तो यह लोग तुम लोग को मार डालेंगे हमको क्या हमारे पास सरकारी गाड़ी है सरकारी पेट्रोल है 2 मीटर कफन में लपेट कर तुम को पोस्टमार्टम के लिए भेज देंगे और मुकदमा लिख देंगे हमारा कुछ नहीं जाता और यहां से चले जाओ दोबारा यहां मत आना पीड़िता मायूस होकर वापस चली आई। यह बात सुनकर दबंगों के हौसले और बुलंद हो गए। और गांव जाकर पीड़ित परिवार को मां बहन की भद्दी भद्दी गालियां देते हुए कहा कि दरोगा जी हमारे रिश्तेदार हैं तुम लोग हमारा कुछ नहीं कर पाओगे अब हम इस जमीन पर कब्जा जरूर करेंगे चाहे तुम लोगों को मौत के घाट उतारना पड़े। किसी भी वक्त कोई भी अप्रिय घटना घट सकती है।
बताते चलें कि पीड़ित परिवार अपनी पुश्तैनी जमीन पर जन्म से रह रहा है। और लैया चना भूनकर अपनी जीविका चलाता है। उसके सामने एक जमीन का छोटा सा टुकड़ा पड़ा हुआ है जिसको गांव के ही दबंग कब्जा करना चाहतें हैं पीड़ित परिवार में एक बूढ़ी मां और दो बेटियां हैं दबंगों द्वारा पीड़ित को इतना परेशान किया जाता है कि उसके घर में लैट्रिंग करना गोबर फेंकना घर का सारा कूड़ा करकट उसके दरवाजे डाल देना एक आम बात है पीड़ित परिवार जब उसका का विरोध करता है तो सभी विपक्षी जन आमादा फौजदारी हों जातें हैं और मारपीट हो गया उतर आते हैं लड़कियों से लड़ने के लिए अपने कपड़े उतार कर घर में घुस जाते हैं यह शर्मनाक मामला देखकर गांव का हर व्यक्ति यही कहता है कि इस गांव में यह दबंग तुम को रहने नहीं देंगे तुम यह घर-बार बेच कर यहां से चले जाओ। ऐसे में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का महिलाओं की सुरक्षा हेतु वादा खोखला नजर आता है यदि समय रहते प्रशासन ने इस मामले को संज्ञान में नहीं लिया तो कोई भी अपने घटना घट सकती है
संपादक मोहिनी शर्मा एडवोकेट 01/01/2020