कथावाचक दीपक शुक्ल ने श्रीराम कथा में श्रोताओं को किया मंत्र मुग्ध

सैफ़ अली संवाददाता थाना हैदरगढ़ की रिपोर्ट

हैदरगढ़, बाराबंकी। गुरुवार पचम् दिवस मे रात्रि की बेला मे पंडित दीपक शुक्ल कथावाचक ने श्री राम कथा के माध्यम से सभी श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया उन्होंने ने बताया की जिस समय महाराज दशरथ जी ने श्री राम जी के राज्याभिषेक का समाचार अयोध्या मे सभी को सुनाया तो सारी नगरी मे खुशी के मारे सभी लोग नाचने लगे और अपने अपने घरों को दुल्हन की तरह सजाने लगे, लेकिन ये खबर जब देवताओ ने सुना तो सभी निराश हो गए जिस तरह चांदनी रात को देख कर चोर का मन उदास हो जाता है तो सभी देवताओ ने एक षडयंत्र रचा और मा सरस्वती जी की मदद लेकर अपनी साजिश को अंजाम दिया, माता सरस्वती जी ने मंथरा को निशाना बना कर महारानी कैकेई की बुद्धि को बिगाड़ दिया और कैकेई को अनेको सत् सवति की कथाएँ सुना कर राजा के प्रति भड़का दिया और बताया की अगर कही राम राजा बन गया तो तुमको कौशल्या के द्वारा दुख मिलेगा, और राजा से अपने दो बरदान मांगने को कहा और कहा भूपति राम सपथ जब करही, तब मागेव जिमी बचन ना टरई,, और महारानी ने मंथरा को अपना समझ कर कोप भवन को जाकर महाराज से दो बरदान मांग कर सारी अयोध्या की खुशी को गम मे बदल दिया,   गौरतलब हो कि कि कथा के समय देर रात्रि भारी बारिश के बीच भी भक्तों ने कथा का श्रवण किया। इस अवसर पर प्रधान सतोष कुमार सिंह, राम चँद्र यादव, बिनोद गुप्ता, जसवंत मौर्य प्रधान, रामधीरज यादव, फूल सिंह, शित बँश सिंह सहित सैकड़ो भक्तो ने कथा का आनन्द लिया।
सैफ़ अली संवाददाता थाना हैदरगढ़ की रिपोर्ट

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