42 वें दुर्गा पूजा महोत्सव में दुर्गा पूजा समिति की अध्यक्षता में विराट कवि सम्मेलन का आयोजन…

एसएम न्यूज़24टाइम्स के मसौली संवाददाता शांती वर्मा रिपोर्ट मोबाइल नंबर 8707331705

मसौली बाराबंकी। शक्ति उपासना की प्रतीक माँ दुर्गा पूजा महोत्सव जागरण कवि सम्मेलन, जवाबी कीर्तन की धूम रही। रात्रिभर चले कार्यक्रमो एव माँ के जयकारे से पूरा इलाका भक्तिमय रहा।

कस्बा मसौली बाजार में 42 वें दुर्गा पूजा महोत्सव में दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष प्रेमनन्द वर्मा की अध्यक्षता एव सन्तोष सिंह बहराईच के संचालन में विराट कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। कवि सम्मेलन का शुभारंभ हैदरगढ़ से आये कवि शिवकिशोर तिवारी खंजल की मां हंसवाहिनी आ जाओ की वन्दना से हुई।

वाराणसी से आये कवि दुर्गेश दुबे ने कहा कि ‘ देखकर फैसले हर किसी के लिए, आपको क्या चुना था इसीलिए दुष्यंत शुक्ला सिंहनादी ने वीररस की कविता पढ़ते हुए कहा कि बुजदिल है वो मानव जिसमे देश प्रेम का ज्वार नही। वो कायर है जिसको अपनी मातृ भूमि से प्यार नही।। कवि जमुना प्रसाद पांडेय ने हास्य रचना पढ़ते हुए कहा कि सुर तालन बने तो गीत का करे जो आ गया बुढापा तो शिलाजीत का करै ।। रायबरेली से मधुप श्रीवास्तव नरकंकाल ने कहा कि ये रेड जोन वाले डिस्टिक का क्या होगा । हांडा के आगे मैजेस्टिक का क्या होगा ।। शिवकिशोर तिवारी खंजल ने कविता पढ़ी कि सब घाट प्रदूषित लगते है पंडो के पांव फिसलते है। बहुरंगी कुटिल महंतो के सिंघासन जरा हिला जाओ।। रिषभ नाग। मोहब्बत की नाकाम कोशिशों में अक्सर लोग असफल हो जाते है। अगर वही मोहब्बत माँ बाप से हो तो हारे हुए भी सफल हो जाते है। कवि सम्मेलन के मौके पर रामसरन सोनी, प्रेमनन्द वर्मा, डॉ0 शत्रोहन लाल, पवन वर्मा, राजन सोनी,अखिलेश यादव, सन्तोष कुमार नाग,लाल बहादुर वर्मा,रामसागर वर्मा, पिंकू सैनी आदि भक्तगण मौजूद थे।

एसएम न्यूज़24टाइम्स के मसौली संवाददाता शांती वर्मा  रिपोर्ट मोबाइल नंबर 8707331705

 

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