एआईएमआईएम की अन्तर्कलह सार्वजनिक, 3 पदाधिकारी निष्कासित

अब्दुल मुईद / सुहैल अहमद अंसारी एसएम न्यूज 24 टाइम्स।

शोषित वंचित समाज एक हो जाओ का नारा देने वाली पार्टी में मचा घमासान

बाराबंकी। जिले में बढ़ने से पहले ही ढहने लगी है एआईएमआईएम पार्टी, लोगों में चर्चा है कि चुनाव से पहले जब यह हाल है तो चुनाव के समय क्या होगा। पूरे जनपद में पार्टी को बदनाम करने के जिम्मेदार स्वयं एआईएमआईएम पार्टी के पदाधिकारी ही हैं, जो खुद एक नहीं हैं और बात करते हैं कि मुस्लिमों एक हो जाओ और पार्टी को मजबूत करो। वही जनपद में पार्टी के तीन पदाधिकारी जिसमें फैसल मलिक, फैजुर्रहमान उर्फ फैज, दानिश अहमद शामिल हैं इनको जिलाध्यक्ष फर्रूख मुख्तार ने दिखाया पार्टी से बाहर का रास्ता। तीनों लोगों पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप। वही पार्टी में चल रहे उथल-पुथल का लाभ विपक्षी पार्टियों को सीधे तौर पर पहुंच रहा है।


मालूम हो कि एआईएमआईएम की सभा में हुए जूतम-पैजार के बाद पार्टी की छवि बहुत खराब हुई है और कई समर्थकों व जनता ने पार्टी के कार्यक्रमों से दूरी बना ली है। पूरे शहर में लोग यही चर्चा कर रहे हैं कि जब पार्टी के पदाधिकारियों की आपस में एकता नहीं है तो हम लोगों को कैसे एक कर रहे हैं और हम लोगों को क्या अधिकार व सत्ता में भागीदारी दिला पायेंगे।
मालूम हो कि जिला प्रमुख महासचिव फैसल मलिक को दिनांक 21 नवम्बर को रामपुर भवानीपुर, बाराबंकी में आयोजित जनसभा जिसमें बैरिस्टर असदुद्दीन ओवैसी आये थे, उससे पहले कुछ पार्टी के पदाधिकारी आपस में भिड़ गये, हद तो यहां तक हो गई कि एक पदाधिकारी को मंच से नीचे ढकेल दिया गया था। जिसकी खबर सभी चैनलों पर प्रसारित होने पर पार्टी व पदाधिकारियों की काफी छवि धूमिल हुई, वहीं पदाधिकारियों के इस कार्य से जनता की नजरों में पार्टी की बहुत फजीहत हुई है। उसके बाद से पार्टी के पदाधिकारी आपस में ही खींचातानी कर रहे है, एक पक्ष प्रेस वार्ता करके दूसरे पक्ष पर गंभीर आरोप लगा रहा है वहीं दूसरा पक्ष, प्रथम पक्ष को निष्कासित कर करने की घोषणा कर रहा है बहरहाल इस पूरे घटनाक्रम में जो बातें सार्वजनिक नहीं होनी चाहिए वह भी जिम्मेदार पदाधिकारियों द्वारा सार्वजनिक मंच से की जा रही है जिससे पार्टी की सााख को बट्टा लग रहा है और लगाने वाले भी पार्टी के पदाधिकारी है जो पार्टी में रहकर पार्टी को तोड़ने का काम कर रहे हैं। अगर यह सब इसी तरह चलता रहा तो आने वाले दिनों में पार्टी में सिर्फ पदाधिकारी ही बचंेगे जनता इस तरह की पार्टी से दूरी बना लेगी। जहां विधानसभा चुनाव को लेकर जिले में कई पार्टियों के नेताओं की सरगर्मियां बढ़ गई हैं वही एआईएमआईएम पार्टी बाराबंकी के पदाधिकारियों में आपस मंे घमासान चल रहा है जिसका असर चुनाव पर साफ तौर से देखने को मिलेगा।

सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार कि पार्टी के अन्दर टिकट बंटवारे को लेकर खींचतान चल रहा है, कुछ लोगों की राय है कि टिकट किसी ईमानदार व अच्छे प्रत्याशी को दिया जाये तो पार्टी अच्छा चुनाव लड़ेगी अगर किसी बिकाऊ प्रत्याशी को टिकट दिया गया तो वह पार्टी का सौदा विपक्षी दलों से कर लेगा और जनता का वोट बरबाद हो जायेगा।  वही निष्कासित पदाधिकारियों से जब बात की गई तो बताया गया कि जब जिलाध्यक्ष खुद ही कार्यवाहक है तो उनको हम लोगों को निष्कासित का कोई अधिकार नहीं है। कार्यवाहक जिलाध्यक्ष की कार्यशैली के बारे में प्रदेश स्तर पर मंथन चल रहा है जल्द ही चौकाने वाले परिणाम सबके सामने आयेंगे।  अगर इसी तरह सब चलता रहा और आला कमान कोई ठोस कार्यवाही नहीं करेगा तो आने वाले समय में जनपद में पार्टी का क्या हश्र होगा यह किसी को बताने की जरूरत नही।

अब्दुल मुईद / सुहैल अहमद अंसारी
एसएम न्यूज 24 टाइम्स।

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