सतरिख स्थित गंगा-जमुनी सभ्यता की प्रतीक दरगाह शरीफ का मेला शुरु

Suhail Ahmad Ansari/Abdul mueed

बाराबंकी । कस्बा सतरिख स्थित गंगा-जमुनी सभ्यता की प्रतीक दरगाह शरीफ हज़रत सैय्यद सालार साहू ग़ाज़ी रहमत उल्लाह अलैह (बूढे बाबा)


की याद में पांच दिवसीय उर्स/मेला का आगाज़ बड़े हर्षोल्लास के साथ बुधवार 18 मई 2022 से शुरू होकर रविवार 22 मई 2022 को सम्पन्न होगा।

प्रबन्ध कमेटी के सचिव चौधरी कलीम उद्दीन उस्मानी ने बताया कि मेला/उर्स में जन-सामान्य की सुविधा सफाई, पानी, रोशनी, पुलिस बल, फायर ब्रिगेड, अनवरत विद्युत आपूर्ति, चिकित्सा कैम्प आदि की सुचारू व्यवस्थाओं हेतु जिला मजिस्ट्रेट महोदय द्वारा विभिन्न विभागों को निर्देशित किया गया है।

श्री उस्मानी ने बताया कि मेला/उर्स में प्रत्येक दिन विभिन्न सामाजिक, धार्मिक, मनोरंजक कार्यक्रम सम्पन्न होगे। मेला/उर्स का आग़ाज़ पहले दिन बुधवार 18 मई 2022 को बाद नमाज़ फ़ज्र नाते नबी के नज़राने और सलात ओ सलाम पेश किया जायेगा।

दूसरे दिन गुरूवार 19 मई 2022 को फूलों की डाली और चादर पोशी की गई और तिलावते कुरान पाक करने के बाद मुल्क और कौम के अम्न ओ अमान की दुआऐं मांगी गयी।

हज़रत
हज़रत
तीसरे दिन शुक्रवार (जुमे) 20 मई 2002 को सूफियाना कव्वालियों के सिलसिले के साथ चादर गागर फूलों की डालियों के साथ जायरीन के दर्शन का कार्यक्रम जारी रहेगा।

इसके अतिरिक्त 06 बजे शाम को विधवत एवम परंपरागत रूप से मुख्य अतिथि द्वारा मेले का उद्घाटन संपन्न होगा इसके पश्चात रात 8ः30 बजे बाद नमाज़ इशा फातिहा और कुल शरीफ होगा ।

उसके बाद नातिया कलाम और कव्वालियां होंगी इसके अतिरिक्त प्रसाद स्वरुप यानि तबर्रुक के तौर पर चने की दाल और तंदूरी रोटी का वितरण श्रद्धालुओं ज़ायरीनों को किया जाएगा।

इसके पश्चात रात 10 बजे चौधरी मोइनुद्दीन आरिफ सतरिखी की याद में एक शानदार ऑल इंडिया मुशायरा एवं कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया है जिसमें मुल्क के नामवर शायर और अदीब तशरीफ ला रहे रहे हैं।

मेले का चौथा दिन शनिवार 21 मई 2022 विशेष महत्त्व का दिन होगा और बड़ा ही रोचक मंजर होगा रात 8ः30 बजे के बाद सैय्यद सालार साहू ग़ाज़ी रहमत उल्लाह अलैह का कुल शरीफ आयोजित किया जाएगा जिसमें विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम किए जाएंगे

और अधिक से अधिक संख्या में श्रद्धालु सम्मिलित होंगे। सभी कार्यक्रमों के पश्चात श्रद्धालु अपनी अटूट आस्था के साथ श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए चादर गागर फूलों की डाली पेश कर अपनी मन्नतें मुरादें दुआऐं करते हैं और हिन्दू भाई अपने बच्चों के मुंडन संस्कार कराते हैं

तथा मन्नतें पूरी होने पर निशान पेश करते हैं । इसके अतिरिक्त पांचवें दिन रविवार 22 मई 2022 को दिन भर सूफियाना कव्वालियां धार्मिक कार्यक्रम और रात में मनोरंजक कार्यक्रम आयोजित होगे तथा आतिशबाज़ी के साथ मेला/उर्स का समापन होगा।

श्रद्धालुओं एवं जायरिनों की सुविधा हेतु मेला प्रभारी सरफराज खान, फरज़ान उस्मानी, फौज़ान उस्मानी, मो0 सद्दाम, शेख असद, जुनेद सोलंकी, कन्धाईलाल, राम सिंह, सुन्दर लाल, पप्पू मियां शरीफाबादी, मो0 तुफैल, मो0 राशिद आदि लोगों की टीम बना दी गयी है।

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