सुहैल अहमद अंसारी बाराबंकी। जनपद न्यायाधीश बाराबंकी ने ठगी के आरोपी दम्पत्ति की जमानतें निरस्त कर दिया जिससे निवेशकों में हड़कम्प मच गया। अभियोजन के अनुसार वादीजन पारिजात इन्फ्रास्टक्चर लखनऊ के निदेशक हैं। विपक्षी अन्नपूर्ण वर्मा द्वारा उक्त कम्पनी की सभी परियोजनाओं के सुचारू परिशीलन के बावत अक्षम रहने पर अपनी सम्मति से निदेशक पद को छोड़ दिया गया तथा बाद में बदनियती तथा वैमनस्य की भावना के चलते दुराशय पूर्वक, जाली, कूटरचित, फर्जी इलेक्ट्रानिक दस्तावेजों और संसाधनों का प्रयोग कर प्रमोद वर्मा, रवि वर्मा आदि की मदद से मोबाल नम्बर व ईमेल से मिथ्यारूपण कर वादीजन के परिसम्पत्तियों पर कब्जा करने का प्रयास किया। विरोध करने पर मारपीट किया व गालियां दी। प्राप्त जानकारी के अनुसार पारिजात इन्फ्रा प्रा0लि0 के डायरेक्टर बाकर अम्मार रिजवी लखनऊ निवासी ने कम्पनी में धोखाधड़ी करने वाले दम्पत्ति पर दर्ज कराये कई मुकदमें। प्रदेश के कई जिलों में करोड़ों की ठगी करने बाराबंकी निवासी दम्पत्ति इस समय जिला कारागार लखनऊ में सलाखों के पीछे नजर आ रहे हैं। प्रदेश के कई जिलों में जैसे लखीमपुर, सीतापुर, बाराबंकी व आसपास के कई जनपदों में लोगों को पौंजी स्कीमों में धन दुगना कर देने का लालच देकर मोटी रकम निवेश करवाकर तथा उनको कूटरचित दस्तावेज देकर करोड़ों रूपये अब तक हड़प कर चुके हैं। मु0सं0स0-925/2021 अ0धारा 419, 420, 467, 468, 471, 323, 504, 506 आई0पी0सी0 व 447 कम्पनीज एक्ट थाना कोतवाली नगर, बाराबंकी जिसमें अभियुक्त अन्नपूर्णा वर्मा पत्नी प्रमोद कुमार, प्रमोद कुमार पुत्र जगदीश प्रसाद, रवि वर्मा व 3-4 व्यक्ति अज्ञात निवासीजन निकट त्रिलोकी कोल्ड स्टोरेज, गायत्री नगर, ओबरी, थाना कोतवाली नगर, बाराबंकी में बंटी और बबली (अन्नपूर्णा वर्मा व प्रमोद कुमार वर्मा) की जमानते निरस्त कर दिया। मालूम हो कि कई वर्षों से लोगों की जमा पूंजी ऐंठकर उनको आज कल धनराशि की जगह भूमि देने के नाम पर वर्षों से दौड़ाया जा रहा था, वहीं कम्पनी की बदनामी होने पर परिजात इन्फ्रा प्रा0लि0 के डायरेक्टर बाकर अम्मार रिजवी ने इन जालसाजी करने वालों के विरूद्ध दर्ज करवाई रिपोर्ट, जिससे निवेशकों में हलचल पैदा हो गई।