कई जन्मों के पुण्य से भागवत कथा श्रवण का मिलता है लाभ: चंद्रशेखर

शान्ती देवी अवधेश वर्मा विशेष संवाददाता मसौली जनपद बाराबंकी एसएम न्यूज़ 24 टाइम्स 8707331705

बाराबंकी। श्रीमद्भागवत महापुराण का श्रवण करना बहुत बड़ी बात है। भागवत कथा का जो श्रवण करता या करवाता है उसे सात जन्मों के पुण्य की प्राप्ति होती है। पौधा लगाने पर वह धीरे-धीरे वृक्ष बनता है। इसके बाद फल देना शुरू करता है। ठीक इसी तरह भागवत कथा श्रवण से ही भाग्य, पुण्य एकत्रित होता है। कई जन्मों के पुण्य के प्रभाव से ही भागवत कथा श्रवण करने का लाभ मिलता है। निंदुरा क्षेत्र के भवरहा मजरे सिंगतरा में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा केे पचवे दिन चंद्रशेखर महाराज ने कही। कथा व्यास चन्द्रशेखर ने कहा कि जैसे सूर्य का उदय होता है तो अंधकार चला जाता है, उसी तरह भागवत कथा श्रवण से व सत्संग से अज्ञानता खत्म हो जाती है। उन्होंने कहा कि सुख-दुख दोनों में भगवान का स्मरण करना चाहिए। लेकिन, जब सुख आता है तो लोग भगवान को भूल जाते हैं, और जैसे ही दुख आता है तो लोग भगवान को याद करने लगते हैं। भगवान कहते है कि जीवन को सही दिशा में और सही ढंग से जीना है तो सुख-दुख दोनों में हमें याद करें। इस अवसर पर कथा के आयोजन करता बाबा राम दास महाराज,सिव नारायण दास,राम सनेही दास, मास्टर सुभकरन लाल,डॉ सर्वेश कुमार,जितेंद्र कुमार ,लल्लन चव्हान, राजेंद्र सिंह, राकेश, राजेश रामगनेश राम आधार,आदि तमाम भक्त उपस्थित रहे।

शान्ती देवी  अवधेश वर्मा विशेष संवाददाता मसौली जनपद बाराबंकी एसएम न्यूज़ 24 टाइम्स 8707331705

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