कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय बाउंड्रीविहीन विकास खण्ड मसौली के ग्राम करपिया का मामला
मोहम्मद वसीम कुरेशी संवाददाता
मसौली बाराबंकी। शिक्षा क्षेत्र मसौली के ग्राम करपिया में स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय बाउंड्रीविहीन के साथ साथ सुरक्षा व्यवस्था न होने के कारण विद्यालय की छात्राएं असुरक्षा के भय में शिक्षा ग्रहण करने को मजबूर है। बताते चले कि सरकार ने सर्वशिक्षा अभियान को बढ़ावा देने के लिए वर्ष 2006-07 में ब्लाक स्तर पर बालिकाओं की शिक्षा के लिए कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयो की स्थापना की थी जिसमें कम से कम 75 प्रतिशत अनुसूचित जाति जनजाति, पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक वर्गों की बालिकाओं के लिए आरक्षित तथा 25 प्रतिशत गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाली बालिकाओं की शिक्षा की व्यवस्था की गयी थी। क्षेत्र के ग्राम पंचायत करपिया में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय स्थापित है। आवासीय विद्यालय होने के कारण बच्चियां विद्यालय में ही रहती हैं तथा उनकी देखरेख के लिए महिला वार्डन व अन्य महिला शिक्षक भी रहती हैं। विद्यालय परिसर को सुरक्षित रखने के लिए चहारदीवारी है जो काफी नीची है। इससे बच्चे भी छलांग लगाकर दूसरी तरफ कूद सकते हैं। परिसर में प्रवेश करने के लिए बना प्रवेश द्वार फाटक विहीन है। परिसर के बगल में ही परिषदीय जूनियर हाईस्कूल, प्राथमिक विद्यालय स्थापित है। आवासीय विद्यालय की बाउंड्रीवाल काफी नीची होने की स्थिति में बालिकाएं व अध्यापिकाएं खुद को असुरक्षित महसूस करती हैं। कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में छात्राओं की सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी कैमरे तो लगे हुए है परन्तु सुरक्षा गार्डों की तैनाती न होने के कारण बालिकाएं अपने को असहज महसूस करती है। बताते चलें कि कुछ समय पहले पुरुष होमगार्डो की डूयूटी होती थी परन्तु करीब 6 माह से होमगार्डो की तैनाती नही हुई है। आवासीय विद्यालय की वार्डेन डॉ0 विभा मिश्रा ने बताया कि विद्यालय की बाउंड्रीवाल के निर्माण के लिए अनेकोबार मांग की जा चुकी है। सुरक्षा गार्डों के लिए पीआरडी जवान मिलने की बात तो जरूर की जा रही हैं परन्तु अभी तक तैनाती नही हुई है। बहरहाल विद्यालय के चैकीदारों के सहारे विद्यालय का संचालन किया जा रहा है।
मोहम्मद वसीम कुरेशी संवाददाता