गाड़ी चोरों से मिलकर पीड़ित को ही धमका रही है मसौली पुलिस

SUHAIL AHMAD ANSARI

बाराबंकी। जिले के तेज तर्रार कप्तान अनुराग वत्स ने मसौली पुलिस को आदेशित किया कि पीड़ित की गाड़ी बरामद करते हुए चोरों के विरूद्ध प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज की जाये किन्तु थाना मसौली की पुलिस गाड़ी चोरों से मिलकर पीड़ित को ही अब धमका रही है जिससे पीड़ित व उसका परिवार काफी डरा व सहमा हुआ है। आपको बताते चले कि आपने मसौली पुलिस के हैरतअंगेज कारनामें तो सुने होंगे लेकिन आज हम आपको बताते हैं कि मसौली पुलिस चोरों को छोड़कर पीड़ित को ही डरा धमका कर शांत बैठने की सलाह दे रही है और शांत न बैठने पर फर्जी मुकदमा दर्ज करके जेल भेजने की धमकी दे रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पीड़ित मोटर साइकिल संख्या-यू0पी0 41 डी-1912 फ्रीडम का पंजीकृत स्वामी है। दिनांक 20.08.2022 को समय करीब 3 बजे पीड़ित अपनी मोटर साइकिल से मसौली बाजार सामान खरीदने गया था, जहां पीड़ित की मोटर साइकिल खड़ी करके सामान खरीदने पैदल बाजार चला गया लौटकर देखा तो गाड़ी गायब थी। पीड़ित की गाड़ी पर टुल्लू पम्प बंधा हुआ था, पीड़ित ने काफी खोजबीन किया किन्तु पीड़ित की मोटर साइकिल व टुल्लू पम्प कही नहीं मिला। तब पीड़ित दिनांक 22.08.2022 को फिर मसौली बाजार गया और काफी लोगों से पूछतांछ किया तब पता चला कि मोहल्ला कटरा, थाना मसौली बाराबंकी निवासी मुश्ताक आलम पुत्र मकसूद आलम व तौफीक पुत्र जहीर उक्त गाड़ी को मास्टर चॉबी से लाक खोलकर लेकर चले गये। उक्त लोगों का संगठित गिरोह है जो दिन में लोगों के घरों में मजदूरी व पुताई आदि का कार्य करते हुए रैकी करते और बाद में मौका देखकर चोरी, डकैती आदि घटनाओं का अंजाम देते हैं। उक्त विपक्षीजन के विरूद्ध तत्काल कार्यवाही किया अति आवश्यक है नही तो यह लोग पीड़ित की गाड़ी काटकर कबाड़ में बेच सकते हैं। पीड़ित को पता चला है कि उक्त लोगों के घर में कई चोरी का सामान रखा है। जिसके सम्बंध में पीड़ित ने श्रीमान जी को दिनांक 02.09.2022 को प्रार्थना पत्र दिया जिसके बाद विपक्षीजन को थाना मसौली पुलिस थाने ले गई जिसके बाद से विपक्षीजन व उनके मेली मददगार तथा उनके परिवार के लोग लगातार पीड़ित व उसके परिवार को बलात्कार, डकैती, चोरी जैसे फर्जी मुकदमें में फंसाने व जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।
सूत्रों से पता चला कि चोरों को एक स्थानीय समाजवादी पार्टी के नेता का संरक्षण प्राप्त है जिस कारण थाना मसौली की पुलिस भी कार्यवाही करने की शक्ति नहीं दिखा पा रही है। सरकार भले ही भाजपा की हो लेकिन दबदबा अभी भी समाजवादी पार्टी के नेताओं का थाने पर बना हुआ है।
अब देखना यह है कि क्या मसौली पुलिस चोरों को जेल भेजेगी या पीड़ित को यह तो पुलिस कार्यवाही से ही वक्त आने पर आपको पता चलेगा।

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