अमरीकी सेना ने रूस के संभावित परमाणु हमले का मुक़ाबला करने के लिए और जवाबी परमाणु हमला करने के लिए युद्ध अभ्यास किया है।
पेंटागन का कहना है कि यह युद्ध अभ्यास यूरोप में संभावित परिस्थितियों को देखते हुए किया गया है, इसलिए कि क्षेत्र में रूस के साथ टकराव जारी है और ऐसी स्थिति में रूस सीमित पैमाने पर नाटो की सीमाओं में परमाणु हथियारों के इस्तेमाल का इरादा कर सकता है।
स्पूटिनिक की रिपोर्ट के मुताबिक़, पेंगाटन का कहना है कि अगर ऐसी कोई स्थिति सामने आती है तो रक्षा मंत्री और उसके बाद राष्ट्रपति हस्तक्षेप करके इस बात का फ़ैसला करेंगे कि किस तरह से जवाब दिया जाए।
इस दौरान, रूस के हमले पर अमरीका की प्रतिक्रिया कैसी होगी, इसका पूरा अभ्यास किया गया।
रिपोर्ट के मुताबिक़, अमरीकी रक्षा मंत्री मार्क एस्पर ने अमरीकी जवाबी हमले की निगारानी ख़ुद निगरानी की।
इस युद्ध अभ्यास में अमरीका के कई सेनेटरों ने भी भाग लिया और परमाणु हमले के कारण उत्पन्न होने वाली परिस्थितियों को समझने की कोशिश की।
अमरीका ने परमाणु हमले का अभ्यास ऐसी स्थिति में किया है कि जब फ़रवरी की शुरूआत में रूसी विदेश मंत्री सरगेई लारोव ने अपने अमरीकी समकक्ष को परमाणु युद्ध के ख़िलाफ़ संयुक्त बयान जारी करने की दावत दी थी।
समाचार एजेंसी न्यूज़ एसएम न्यूज़ के साथ