गर्मी ने बिगाड़े हालात, डायरिया व बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ी
मामुन अंसारी जिला ब्यूरो बाराबंकी(एस0एम0 न्यूज 24 टाइम्स)9044641489
बाराबंकी। तेज गर्मी बढ़ने के साथ ही बीमारियां भी पैर पसारने लगी हैं। अस्पतालों में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ने लगी है। बदलते मौसम की वजह से जिला एवं निजी अस्पताल में सर्दी, जुकाम, बुखार और पेट दर्द, डायरिया के मरीज अधिक संख्या पहुंच रहे हैं। डॉक्टर मरीजों के स्वास्थ्य का परीक्षण कर उन्हें गर्मी से बचने व खानपान का विशेष ध्यान रखने की सलाह दे रहे हैं। साथ ही तेज गर्मी और तापमान बढ़ते ही उल्टी-दस्त के मरीज बढ़ने लगे हैं। अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा डीके श्रीवास्तव ने बताया कि जिला अस्पताल की ओपीडी में सर्दी, जुकाम, बुखार के मरीज बढ रहे है। तो वहीं हर रोज 5 से सात मरीज डायरिया का इलाज कराने के लिए पहुंच रहे हैं। जिले के सीएचसी क्षेत्रों की बात करें तो ओपीडी में गर्मी बढ़ते ही बुखार एवं डायरिया के मरीजों की संख्या बढ़ी है। पिछले कुछ दिनो से डायरिया की चपेट में बच्चों के साथ ही युवा लोग तेजी से आ रहे हैं। हर रोज गर्मी के तेवर बढ़ते जा रहे हैं। दोपहर के समय चलने वाली लू लोगों के लिए परेशानी का कारण बन रही है। गर्मी का पारा 40 डिग्री से अधिक होने से लोग बीमार हो रहे हैं। तेज धूप में काम करने से लोगों का स्वास्थ्य खराब हो रहा है। उल्टी-दस्त शुरू होने से लोगों को सरकारी और निजी अस्पतालों का सहारा लेना पड़ रहा है। घरेलू उपचार कामयाब न होने के कारण लोग इलाज के लिए निजी अस्पतालों में पहुंच रहे हैं। जिला अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा राजेश कुशवाहा ने बताया कि गर्मी के मौसम में किसी दिन बदली हो जाती है, तो किसी दिन तेज धूप निकलती है, इस वजह से वायरल के मरीज बढ़ रहे है। साथ ही गर्मी में डायरिया फैलने की संभावना अधिक रहती है। इससे बचाव के लिए सावधानी जरूरी है। बताया कि प्रदूषित पानी पीने व बाजार में खुले में बिक रहे जूस व अन्य खाद्यय सामग्री डायरिया की मुख्य वजह हैं। डायरिया से बचाव के लिए सफाई का विशेष ध्यान रखें। खुले में रखा खाना और प्रदूषित पानी न पीएं। वाटर फिल्टर न होने पर उबले पानी को ठंडा करके पीएं। उन्होंने बताया कि डिहाइड्रेशन से शरीर में पानी की कमी जानलेवा हो सकती है। ऐसे में शुद्ध पानी अधिक से अधिक पिएं।
डायरिया से बचाव के उपाय
प्रदूषित जल का सेवन न करें, खुले में रखे कटे फल व जूस का प्रयोग न करे, आरओ या उबला हुआ पानी ठंडा करके पिएं, बासी भोजन का उपयोग न करें, धूप में निकलते समय छाते का इस्तेमाल करें, घर से बाहर निकलने पर शुद्ध पानी अधिक से अधिक पिएं, ओआरएस का घोल व नींबू का पानी समय समय पर पीते रहें। गर्मियों में अक्सर ज्यादा पसीना निकलने की वजह से शरीर में ग्लूकोज और नमक की कमी हो जाती है। जिसकी वजह से डिहाइड्रेशन होने लगता है। ओरआरएस पीने से गर्मी और लू में शरीर हाइड्रेट रहता है। साथ ही बच्चों को दस्त और उल्टी होने पर ओआरएस की मदद से दस्त के दौरान शरीर में इलेक्ट्रोलाइट की कमी को पूरा किया जाता है। गर्मियों में घर के बच्चों और बुजुर्गों को इसे खासतौर पर देना चाहिए। मामुन अंसारी जिला ब्यूरो बाराबंकी(एस0एम0 न्यूज 24 टाइम्स)9044641489