‘गोलियों पर चढ़ी जवानी है, आंख में देश का ही पानी है, आखिरी वक्त है आखिरी गोली, चंद्रशेखर की ये कहानी है‘

बाराबंकी: रिपोर्ट शमीम अंसारी: एसएम न्यूज24टाइम्स 9415526500

बाराबंकी। ‘गोलियों पर चढ़ी जवानी है, आंख में देश का ही पानी है, आखिरी वक्त है आखिरी गोली, चंद्रशेखर की ये कहानी है‘ प्रसिद्ध गीतकार शैलेंद्र मधुर ने जैसे ही यह पंक्तियां पढ़ीं तो पूरा धनोखर चौराहा भारत माता की जय जयकार से गूंज उठा। हर वर्ष की भांति इस बार भी महान क्रांतिकारी चंद्र शेखर आज़ाद जी के जन्मदिवस की पूर्व संध्या पर अखण्ड भारतीय युवा क्रांति संगठन एवं यूनिक सोशल वेलफेयर सोसाइटी के संयुक्त तत्वावधान में धनोखर चौराहे पर अखिल भारतीय कवि सम्मेलन एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पूर्व कैबिनेट मंत्री उ0प्र0 सरकार अरविंद सिंह गोप, अति विशिष्ट अतिथि सदर विधायक सुरेश यादव, विशिष्ट अतिथि अध्यक्ष नगर पालिका नवाबगंज शीला सिंह तथा प्रदेश कार्य समिति सदस्य भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा पंकज गुप्ता ‘पंकी‘ ने मां सरस्वती व महान क्रांतिकारी चंद्र शेखर आज़ाद जी के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलित कर नमन किया।
इसके उपरांत देश एवं समाज के प्रति सच्ची लगन से सेवा करने वाले महानुभावों साहित्य क्षेत्र में योगदान के लिए समीक्षक साहित्यकार डॉ0 श्याम सुंदर दीक्षित, देश सेवा के लिए पूर्व सैनिक नर्वदे प्रसाद त्रिवेदी, शिक्षा क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्यों के लिए विकास सिंह प्रधानाचार्य महाराणा प्रताप इंटर कॉलेज तथा समाज सेवा के लिए चन्द्रकिशोर वर्मा प्रबंधक श्री गंगा मेमोरियल गर्ल्स डिग्री कॉलेज को अंगवस्त्र, प्रमाणपत्र, स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया।
कवि सम्मेलन में काव्यपाठ करते हुए कवि बिहारी लाल अम्बर ने जब अपनी रचना ‘धुक्कुर धांय धुक्कुर धांय, आन्हार पीसे कुक्कुर खाय’ सुनाया तो श्रोता हंस हंस कर लोटपोट हो गए। हास्य व्यंग्य के हाहाकारी कवि नर कंकाल ने अपनी रचना ‘न जाने कितने बेचारे पत्नी का दुःख झेल रहे है, सचिन सीमा की लव स्टोरी देखकर गाँव के रंडुये भी पब जी खेल रहे है’ पढ़ी तो पंडाल तालियों से गूंज उठा। प्रतापगढ़ से पधारे हरि बहादुर हर्ष ने पढ़ा ‘घर घर से अफजल निकलेंगे तो हम क्या चुप धारेंगे, हम राणा के वंशज हैं हम घर मे घुस कर मारेंगे’। कार्यक्रम का संचालन कर रहे संदीप अनुरागी ने पढ़ा ‘अतना जादा चोटान छोटे सब खाना पानी भूला है, भोरहे सीसा मा मुह देखिन तौ हनोमान कस फूला है’। इसके अतिरिक्त शायर ज्ञानेन्द्र पाठक, प्रवीण राठौर तथा कार्यक्रम संयोजक आशीष आनन्द ने भी काव्यपाठ किया। इस मौके पर रमेश चंद्र कुरील, बृजेश सिंह, भरत लाल सिंह, अजय सिंह गुरु जी, इं0 दिलीप वर्मा चेयरमैन जगमग इण्डस्ट्रीज, उत्तम कौशल, डॉ0 विनय दास, अनुपम कुमार वर्मा, विक्की पहलवान, आयुष गुप्ता, सिद्धार्थ कनौजिया, पंकज कंवल, नयन वैश्य, संभव जैन, आशीष नाग, रिंकू नाग, अनुज गुप्ता, शनि यादव, देवांग जैन, अमन, अभिषेक सिंह, रंजीत, अभिषेक गुप्ता, यश वर्मा आदि मौजूद रहे।बाराबंकी: रिपोर्ट शमीम अंसारी: एसएम न्यूज24टाइम्स 9415526500

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