अहमदपुर मे बड़े ही धूमधाम से मनाया गया जश्ने ईद मिलादुन्नबी,

नेवाज अंसारी संवाददाता बाराबंकी

सरकार की आमद मरहब्बा,लब्बैक या रसूल्लाह नारों की सदओं मे निकला जुलूस-ए-मोहम्मदी,


बाराबंकी / थाना जैदपुर अंतर्गत कस्बा अहमदपुर मे बड़े ही अकीदत व धूम धाम से 12 रबील अव्वल( जश्ने ईद मिलाद-उन नबी )मनाया गया, इस्लाम धर्म के पैगम्बर हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम के जन्मदिन ( यौम ए पैदाइस) पर गुरुवार को कस्बा अहमदपुर में जुलूस-ए-मोहम्मदी बड़े ही संजीदगी, सरलता के साथ बड़े आक़िदत व मुहब्बत से निकाला गया जिसमें सरकार की आमद मरहब्बा, लब्बैक या रसूल्लाह नारों की सदओं मे नात पढ़ते हुए जुलूस-ए-मोहम्मदी, का जुलूस निकला गया, आपको बताते चले कस्बा अहमदपुर मे 12 वी की शब,बुधवार रात में अपने नबी की आमद की खुशी में पूरा गाँव दुल्हन की तरह सजाया गया,

गली-गली हर मोहोल्लों को लाइटों, झालरों से सजाया गया लोगों ने अपने अपने चौकों पर व अपने घर के दरवाजों पर काबा, मदीना, रौज़ा ए इमाम हुसैन, अजमेर शरीफ जैसे नक़्शे( मॉडल ) बेहतरीन नक्कासी डिज़ाइन में नक्शे रख कर अपने नबी सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम के सच्चे गुलाम होनें का सबूत पेश किया, लाइटों झालरों की बेहतरीन सजावत व थर्माकोल से बनाये गए एक से बढ़ कर एक खूबसूरत नक़्शौ को देखनें के लिए आस-पास के गावों के लोगों की भीड़ रात भर चलती रही, जगह जगह लोगों के लिए कॉफी, चाय का इतज़ाम किया गया, गुरुवार सुबह मदरसा इस्लामिया अलै सुन्नत मज़हरुल उलूम से जुलूस ए मुहम्मदी बड़े ही अकीदत व एहतराम के साथ नारों की सादओं व प्यारे अंदाज अपने नबी की नातें पढ़ते हुए निकाला गया जगह जगह पर पुलाव, चाय, कॉफी शरबत, पानी का इंतेज़ाम कर लोगों में बांटा जा रहा था, नबी की विलादत की ख़ुशी में लोग एक दूसरे को मुबारकबाद पेश कर रहे थे।कस्बे में निकले जुलूस ए मुहम्मदी में शामिल लोग इस्लामिक झंडे के साथ आपसी सद्भाव और भाई चारे व अमनों अमान का पैगाम लोगों में आम करते हुए चल रहे थे, जुलूस एक मीनारा मस्जिद से शुरु होकर गौरी नगर ,पस्टोलवा ,तेलयानी शरीफ , देवकाली तिराहा , शहीद नगर, मोमिनमियां चौक, चंदा मामा चौक के रास्ते बाजार होता हुआ मदरसा इस्लामिया अलै सुन्नत मज़हरुल उलूम के पास आकर सलातों सलाम पढ़ा गया मुल्के हिंदुस्तान की तरक्की के लिए , अमनों अमान भाई चारे की दुआएं मांग कर जुलूस ए मुहम्मदी को समाप्त किया गया। इसी दौरान मौलाना मुहम्मद इमरान मिस्बाही व करी इमामुद्दीन नें अपनी तकरीर के दौरान पैगम्बर मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम की ज़िन्दगी के बारे में बताया और उनके द्वारा बताये गये रास्ते पर चलने की बात कही और साथ ही साथ बताया कि, ज़ब मेरे नबी दुनिया में तशरीफ़ नहीं लाये थे, आज से चौदह सौ साल पहले औरतों बहन, बेटियों पर बहुत जुल्मों सितम किये जाते थे उन्हें ज़िंदा जला दिया जाता था, नशा शराब, झूठ,अय्याशी सब आम थी मगर ज़ब प्यारे नबी दुनिया में तशरीफ़ लाये ज़ब अपने नुबुवत का एलान किया बहुत मेहनतों मशक्क़त के बाद औरतों बहन बेटियों को इज़्ज़त मिली तमाम गलत कामों से छुटकारा मिला, और बताया इस्लाम धर्म एक अमन सांती का पैगाम देता है साथ ही देश और दुनिया में अमन और शान्ति के लिए दुआ की गई।आपको बता दें कि पैगम्बर-ए-इस्लाम मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम का जन्म यौमे पैदाइश इस्लामिक माह रबीउल अव्वल की 12 तारीख को हुआ था। मुस्लिम समुदाय के लोग इस दिन को जश्न के रूप में मनाते हैं। जुलूस के दौरान प्रधान प्रतिनिधि मास्टर नूरुद्दीन, कारी फरीद ज़रा, कारी मुर्शिद बाराबंकवी, हाजी सिराजुद्दीन, हाफ़िज़ हकीमुद्दीन, मास्टर सगीर , हाजी नूरुद्दीन, मौलाना फैयाज़ ,मेराज इस्माइली, शहाबुद्दीन स्माइली,दानिश अंसारी, अज़हर अंसारी, अदनान अंसारी, तारिक़ अंसारी निहाल कुरैशी फैज़ुद्दीन,अरशद युसूफ मोईन, अशहद, कैफ़ी सहित हज़ारों कि संख्या में लोग मौजूद रहे ।तथा अहमदपुर चौकी प्रभारी संतोष कुमार राय, दीवान इंद्रजीत यादव, उ0नि0 सुरेंद्र प्रसाद, सिपाही अभिषेक, अविनीश कुमार पाल सहित भारी में पुलिस बल मौजूद रहा।
वही पुलिस प्रशासन की ग्रामीणों नें की प्रशंसा।

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