दो बहनों को बड़ी बहन ने फांवड़े से काटा ●घर के टिनशेड में छिपा रखा फंवडा बरामद

शमीम अंसारी जिला ब्यूरो चीफ

हत्याकांड को 15 मिनट में दिया गया अंजाम: खुलासा
इटावा, थाना बलरई अन्तर्गत बलरई व जसवंतनगर के मध्य ग्राम बहादुरपुर में बीती रविवार को सगी दो मासूम बहनों की सरेशाम घर में घुसकर हत्या की वारदात को सिर्फ 15 मिनट में घटना को अंजाम दे दिया गया। घटना के बाद पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। रात तक ग्रामीणों की भीड़ घटनास्थल पर एकत्रित थी। जयवीर पाल के घर के सभी लोग काम पर गए थे।

बड़ी बेटी अंजली और तीन छोटे बच्चे घर पर ही थे। जयवीर के अनुसार,शाम करीब पौने छह बजे बड़ी बेटी दोनों बच्चियों और बाहर खेलते बेटे को छोड़कर घर के पास स्थित खेत पर चारा लेने के लिए निकली थी। करीब 15 मिनट बाद ही सनोज और नंदकिशोर के साथ ही बेटी अंजली भी घर पर आ गई। छोटी बहनों की आवाज न सुनकर वह कमरे में देखने गई तो दोनों बहनें मृत अवस्था में पड़ी थीं। यानी कि 15 मिनट में वारदात को अंजाम दे दिया गया। घटना को सुनकर गांव के साथ ही नसीरपुर, बहादुरपुर, अंडावली और कोकावली गांव के करीब डेढ़ हजार लोग एकत्रित हो गए।

घटना की सूचना पर प्रभारी एसएसपी सत्यपाल सिंह, एसपी सिटी कपिल देव सिंह, सीओ जसवंतनगर कई थानों का फोर्स लेकर पहुंच गए। उन्होंने परिजनों और आस पड़ोस के लोगों से पूछताछ की। पुलिस की सक्रियता को देखकर आसपास के गांवों से आए लोग देर रात घरों की ओर लौटने पर भीड़ कुछ कम हुई। तब पुलिस ने कुछ राहत की सांस ली।

घटना के बाद पहुंची पुलिस ने लोगों को घर के बाहर ही रोक दिया,किसी को भी घर में प्रवेश नहीं दिया गया। प्रभारी एसएसपी सत्यपाल सिंह और एसपी सिटी कपिल देव सिंह ने अकेले में बुलाकर भाई-बहनों और माता-पिता से अलग-अलग बातचीत की है। पुलिस कई पहलुओं पर जांच पड़ताल कर रही है।

प्रथम दृष्टया इस घटना में कोई करीबी शामिल होने की आशंका जताई जा रही है। वहीं पुलिस तंत्र विद्या के लिए बलि देने के एंगल से भी जांच पड़ताल कर रही है। बतादें कि बहादुरपुर गांव में रविवार शाम दो मासूम बहनों की घर में घुसकर धारदार हथियार से गला काटकर हत्या कर दी गई।
सूचना पर गांव समेत आस-पास के गांवों में दहशत फैल गई। एसपी सिटी, सीओ, थाना पुलिस, फोरेंसिक टीम, एसओ जी/सर्विलांस टीम ने साक्ष्य जुटाए हैं। बलरई थाना क्षेत्र के गांव निवासी पशुपालक जयवीर के तीन पुत्रियां और चार पुत्र हैं। बड़ा बेटा अनुज 19 मुंबई में रहकर एक फैक्टरी में काम करता है। बाकी जयवीर, उनकी पत्नी सुशीला देवी, तीन पुत्र सनोज 14, नंदकिशोर 12, कन्हैया 6 और बेटियां अंजली 18, सुरभि 7, रोशनी 6 गांव में रहते हैं। रविवार दोपहर में सनोज और नंदकिशोर बकरियों को चराने जंगल की ओर चले गए थे। पति-पत्नी खेतों पर घास काटने गए थे। बकरियां चराकर खेत पर लौट आए बड़ी बेटी अंजली और तीनों छोटे बच्चे कन्हैया, रोशनी और सुरभि घर पर ही थीं। शाम करीब पौने छह बजे अंजली कन्हैया को घर के बाहर गांव के बच्चों के साथ खेलता और दोनों छोटी बहनों को घर पर ही छोड़कर पास में ही स्थित खेत से चारे के गट्ठर लेने चली गई। इस बीच सनोज और नंदकिशोर भी बकरियां चराकर खेत पर लौट आए।
वहां से तीनों साथ में ही घर आए, तो दोनों भाई हाथ मुंह धोने चले गए। वहीं अंजली छोटी बहनों को आवाज देकर ढूंढने लगी। आंगन में नहीं दिखने पर कमरे में गई, तो दोनों बहनें अलग-अलग कमरों में खून से लथपथ पड़ी थीं। यह देखकर उसकी चीख निकल गई। सूचना पर परिजनों समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्रित हो गए।
एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने बताया कि बच्चियों की हत्या की गई थी। घटनास्थल से पुलिस, फोरेंसिक टीम, एसओ जी/सर्विलांस टीम ने साक्ष्य जुटाए हैं। जिसके आधार पर पुलिस ने दोहरे हत्याकांड का खुलासा कर दिया है,हत्याकांड की मुख्य अभियुक्त मृतकों की सगी बड़ी बहन अंजली को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
एएसपी ग्रामीण सतपाल सिंह ने बताया कि मृतकों की सगी बड़ी बहन अंजली ने ही अपनी मासूम दोनो बहनों की फांवड़ा से गर्दन काटकर हत्या करदी थी। पुलिस की जांच पड़ताल में घर के आंगन में पड़े टीनशेट से आलाकत्ल एक फांवड़ा बरामद कर लिया है।

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