उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देशानुसार जनपद न्यायाधीश / अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बदायूं के निर्देशानुपालन में सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण,

मुकीम अहमद अंसारी

बदायूं । आज दिनांक 10.10.2023 को समय पूर्वान्ह 11:00 बजे जिला पुरुष चिकित्सालय, बदायूँ में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया है।

उक्त शिविर में मुख्य चिकित्साधिकारी बदायूं, डॉ० प्रदीप वार्ष्णेय, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक जिला पुरूष चिकित्सालय, बदायूं, डॉ० कप्तान सिंह, डॉ० सनोज मिश्रा, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, बदायूं, मानसिक रोग विशेषज्ञ, डॉ० श्रीकृष्ण यादव, प्रभारी एन०सी०डी० क्लीनिक, डॉ० स्वतन्त्रपाल सिंह, मानसिक रोग चिकित्सक डॉ० सर्वेश कुमारी, मानसिक रोग विशेषज्ञ, सामाजिक कार्यकर्ता, मौ० इलियास एवं मनोरोग नर्स, प्रेमबाबू आदि ने प्रतिभाग किया।

सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बदायूं द्वारा रिवन काटकर उक्त कार्यक्रम का प्रारम्भ किया गया उसके बाद सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बदायूं, मुख्य चिकित्साधिकारी, बदायूँ, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक जिला पुरुष चिकित्सालय, बदायूँ को पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया गया। इसके पश्चात मानसिक रोग को आम जन मानस को गहराई से समझाने के लिए नुक्कड नाटक का आयोजन किया गया। जिसमें हंसी मजाक के माध्यम से मानसिक रोगों के बारे में विस्तार से बताया गया। उक्त कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा विस्तार पूर्वक मानसिक रोग के विषय पर आम जनमानस को जानकारी प्रदान करायी गयी इस मानसिक रोग को कम करने के लिए मुख्य चिकित्साधिकारी व उनकी टीम द्वारा ऐसे टिप्स दिये जिससे मानसिक रोग के कारण होने वाली बीमारियों तथा उसके दुष्प्रभाव को रोका जा सके। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक जिला पुरुष चिकित्सालय डॉ० कप्तान सिंह, द्वारा मानसिक रोग के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करते हुये बताया कि यह एक बीमारी है जिसमें व्यक्ति को अलग-अलग प्रकार के ख्याल, डर इत्यादि महसूस होता है। लोग इसे अन्धविश्वास के चलते जादू टोना, अबोहवा आदि समझ लेते हैं। जबकि इस रोग का उपचार मानसिक विशेषज्ञ द्वारा कराया जाना अति आवश्यक होता है नहीं तो व्यक्ति पागलपन एवं डिप्रेशन का शिकार हो जाता है अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश / सचिव. जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बदायूं, श्रीमती सारिका गोयल द्वारा बताया गया कि आम जन मानस में कार्य की अधिकता एवं अधिक सोच विचार करने खान-पान का ध्यान न रखने के कारण मानसिक रोग उत्पन्न होता है। उक्त कार्यक्रम में बताया गया कि ऐसे मानसिक रोग को कम करने के लिए मानसिक रोग सम्बन्धी कार्यक्रम समय-समय पर जनपद में जगह-जगह पर ऐसे कार्यक्रम होते रहने चाहिए। जिससे आम-जन-मानस में होन वाले दुष्परिणाम से मुक्ति मिल सके उक्त सम्बोधन के उपरान्त माननीय महोदय द्वारा कार्यक्रम का समापन किया गया।

*मुकीम अहमद अंसारी संवाददाता (एसएम न्युज 24 टाइम्स) बदायूं 9719216984*

Don`t copy text!