नई दिल्ली। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को बुधवार की सुबह सीबीआई ने गिरफ्तार किया। इसके बाद उन्हे उन्हें ट्रायल कोर्ट में पेश किया गया। सुनवाई के दौरान ही उनका शुगर लेबल गिर गया जिससे उनकी तबीयत बिगड़ गई और उन्हे दूसरे कमरे में ले जाया गया। बता दें कि सीबीआई ने 25 जून को रात 9 बजे तिहाड़ जाकर शराब नीति में भ्रष्टाचार को लेकर केजरीवाल से पूछताछ की थी। नए मामले में गिरफ्तारी के बाद केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल जमानत याचिका वापस ले ली है। लोअर कोर्ट ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में 20 जून को उन्हें जमानत दे दी थी। ईडी इसके खिलाफ हाईकोर्ट पहुंची। 25 जून को हाईकोर्ट ने लोअर कोर्ट का फैसला पलट दिया। इसके खिलाफ केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई थी। सीबीआई और ईडी ने दिल्ली शराब नीति मामले में कथित अनियमितताओं को लेकर अगस्त 2022 में केस दर्ज किए थे। ईडी ने 21 मार्च को शराब नीति मामले में केजरीवाल को उनके घर से गिरफ्तार किया था। उन्हें 1 अप्रैल को तिहाड़ भेजा गया। 25 जून को तिहाड़ में केजरीवाल के 87 दिन पूरे हो गए हैं। ट्रायल कोर्ट में गिरफ्तारी से पहले केजरीवाल की तरफ से वकील विवेक जैन और विक्रम चौधरी पेश हुए। वहीं सीबीआई की तरफ से वकील डीपी सिंह ने दलीले दीं। कंधे के इस्तेमाल पर कोर्ट ने सहमति जताई केजरीवाल के वकील विक्रम चौधरी का कहना था कि हमें कोई मौका ही नहीं दिया गया है। हम बस सीबीआई की एप्लीकेशन पर जवाब दाखिल करना चाहते हैं। हम जवाब दाखिल करेंगे तो कोई आसमान नहीं गिर जाएगा। अगर आज आप केजरीवाल को गिरफ्तार करने की अनुमति देते हैं, तो इसका मतलब होगा कि सीबीआई आपके गोली चलाने के लिए आपके कंधे का इस्तेमाल कर रही है। इस पर जस्टिस रावत ने कहा कि मैं आप से सहमत हूं। इन्हें गिरफ्तारी की वजह बतानी ही होगी। नई याचिका लगाएंगे सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई शुरू होने पर केजरीवाल के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि केजरीवाल को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया है। दिल्ली हाईकोर्ट ने भी 25 जून को लोअर कोर्ट के जमानत देने के आदेश को पलट दिया है। अब हम हाईकोर्ट के 25 जून के ऑर्डर के खिलाफ नई याचिका लगाएंगे। इसलिए मौजूदा याचिका को अब वापस लाना चाहते हैं। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने ईडी के वकील एसवी राजू की सहमति के बाद याचिका वापस लेने की इजाजत दे दी।
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