श्री मारुति नंदन आदर्श सेवा संस्थान के कलाकारो द्वारा ताड़का वध का मंचन किया गया।

अवधेश कुमार वर्मा संवाददाता एसएम न्युज24 टाइम्स बाराबंकी

बाराबंकी। तिलवा पूजन के साथ ग्राम बड़ागाँव में शुरू हुई ऐतिहासिक धनुषयज्ञ रामलीला में दूसरे दिन अयोध्या से आये श्री मारुति नंदन आदर्श सेवा संस्थान के कलाकारो द्वारा ताड़का वध का मंचन किया गया।

शनिवार की रात को रामलीला मंच पर प्रथम दृश्य में विश्वामित्र अपना यज्ञ करते हैं और राक्षस उनके यज्ञ में विघ्न डालते हैं। इस दौरान उन्हें पता चलता है कि विष्णु का अवतार हो चुका है और इसी कार्य के लिए हुआ है। इसके बाद वे राम-लक्ष्मण दोनों को मांगने के लिए चलते हैं। दूसरे दृश्य में विश्वामित्र राजा दशरथ के दरबार में पहुंचकर राम लक्ष्मण को मांगते हैं, परंतु वे प्रेमवश मना कर देते हैं, जिससे विश्वामित्र नाराज हो जाते हैं। इसके बाद गुरु वशिष्ठ के समझाने पर विश्वामित्र को राम लक्ष्मण सौंप को देते हैं। विश्वामित्र दोनों भाइयों को लेकर वन की ओर जाते हैं और बताते है कि यहां पर ताड़का नाम की राक्षसी अपने पुत्र सुबाहु, मारीच के साथ रहती है और वह सुकेतु यक्ष की पुत्री है। अगस्त ऋषि के श्राप के कारण इस वन में रह कर उत्पात मचाती है। इसलिए वह राम को कहते हैं कि इस राक्षसी का का वध करना आवश्यक है। इसके बाद युद्ध होता है, जिसमें राम के हाथों ताड़का का वध होता है। इसके बाद आगे चलकर विश्वामित्र राम को अहिल्या के बारे में बताते है कि यह पत्थर की शिला श्राप के कारण पत्थर बन गई थी। इसके बाद राम अहिल्या का उद्धार करते हैं।
इस मौके पर मास्टर सुरजन सिंह,उपाध्यक्ष राजू जयसवाल,कोषाध्यक्ष कल्लू यादव मेला सचिव विजय वर्मा, राम सरन जायसवाल, , बबलू वर्मा, सूरज यादव, राजेंद्र यादव, रितेश यादव, , लल्लू यादव, कमलेश यादव, मनमोहन सैनी, शिवशंकर रस्तोगी, श्यामाचरण गुप्ता, सुबोध श्रीवास्तव, पुजारी वर्मा, , अवधराम गुप्ता, शुभम वर्मा सहित तमाम लोग मौजूद र्हे।

अवधेश कुमार वर्मा संवाददाता एसएम न्युज24 टाइम्स बाराबंकी

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