बाराबंकी। जिले की नगर पंचायत सतरिख में भ्रष्ट आचरण में संलिप्त लिपिक के विरुद्ध जांचोपरांत अनुशासनात्मक कार्रवाई के क्रम में चेयरमैन द्वारा उसकी सेवा समाप्त किए जाने के बाद लिपिक ने अपने परिजनों के साथ मिलकर चेयरमैन की जान लेने का कुचक्र रचा। जिस पर चेयरमैन ने लिपिक सहित 4 लोगों के विरुद्ध थाना सतरिख में संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। जानकारी के मुताबिक नगर पंचायत सतरिख की चेयरमैन मुमताज बेगम ने प्रार्थना पत्र देकर जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक को अवगत कराया कि कार्यालय में कार्यरत लिपिक महेश कुमार श्रीवास्तव अपने पद पर रह कर अपनी पत्नी के नाम कई फर्म बनवा कर ठेकेदारी में संलिप्त रहने के साथ-साथ अपने सगे भाई एवं सुपुत्र को भी इसमें शामिल रखते थे। इनके भाई सुरेश कुमार श्रीवास्तव जोकि नगर पंचायत बंकी में टैक्स कलेक्टर के पद पर कार्यरत है।ं उनका आचरण भी कुछ यूं था कि उन्होंने स्वयं को नगर पंचायत जैदपुर में संबद्ध करवा कर वहां अपनी पत्नी के नाम से ठेकेदारी करते हुए करोड़ों कमाए। शिकायत के आधार पर लोकायुक्त की जांच में यह दोषी भी पाए गए, जिनके विरुद्ध एसडीएम नवाबगंज के वहां कार्रवाई लंबित है। इन हालात में साफ जाहिर हुआ कि पूरा का पूरा परिवार भ्रष्ट है। चेयरमैन के अनुसार शासन द्वारा शिकायत आने पर जब लिपिक महेश कुमार श्रीवास्तव की ज्वाइंट मजिस्ट्रेट एसडीएम स्तर से जांच करवाई गई तो इसमें पूरी जरा दोषी पाए गए। जिस पर सेवा समाप्त करने के दृष्टिगत उनको 11 जून 2020 को कारण बताओ नोटिस जारी की गई। इसी दौरान उन्होंने जांच प्रभावित करने की साजिश के तहत काफी राजनीतिक दबाव भी डलवाए। यही नहीं बल्कि उन्होंने अनावश्यक पत्राचार भी कर जांच को लंबित करने का प्रयास किया। यहां तक कि उन्होंने अपने बचाव में उनको जान से मारने की धमकी तक दी। अंततोगत्वा जांच आख्या में दोषी पाए जाने पर उनको 14 अगस्त 2020 को सेवा से मुक्त कर दिया गया। इन परिस्थितियों में लिपिक ने लगातार जानमाल की धमकी देनी शुरू कर दी। उल्लेखनीय है कि चेयरमैन के शिकायती पत्र के आधार पर थाना सतरिख में लिपिक महेश कुमार श्रीवास्तव उनके भाई रमेश कुमार श्रीवास्तव, सुरेश कुमार श्रीवास्तव एवं रमेश कुमार श्रीवास्तव के पुत्र विनय कुमार श्रीवास्तव के विरुद्ध संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
मोहम्मद आमिर संवाददाता एसएम न्युज24 टाइम्स