अमरीका द्वारा यूएई को एफ़-35 लड़ाकू विमान बेचे जाने का नेतनयाहू का विरोध सिर्फ़ एक ड्रामा था, न्यूयॉर्क टाइम्स

न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक़, इस्राईली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतनयाहू ने अमरीका द्वारा यूएई को एफ़-35 लड़ाकू विमान बेचे जाने के विरोध का दिखावा किया है, जबकि ख़ुफ़िया तौर पर उन्होंने इस सौदे पर सहमति जता दी है।

रिपोर्ट में दावा किया गया है कि नेतनयाहू ने गुप्त रूप से ट्रम्प प्रशासन द्वारा संयुक्त अरब अमीरात को आधुनिक हथियारों के सौदे का समर्थन किया है, जबकि सार्वजनिक रूप से वे इसका विरोध कर रहे हैं।

ग़ौरतलब है कि 13 अगस्त को अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प ने इस्राईल-यूएई के बीच संबंधों को सामान्य बनाने के समझौते का एलान किया था।इस एलान के बाद, मीडिया में ऐसी रिपोर्टें आई थीं कि इस समझौते के बदले अमरीका ने यूएई को एफ़-35 समेत अन्य आधुनिक हथियार बेचने का वजन दिया है, जिन्हें वह इस्राईल के अलावा, किसी अरब देश को नहीं बेचता था।न्यूयॉर्क टाइम्स ने एक मामले की जानकारी रखने वाले एक अधिकारी के हवाले से लिखा है कि नेतनयाहू, ट्रम्प प्रशासन को यह आश्वासन दे चुके हैं कि वह अमरीका और यूएई के बीच हथियारों के समझौते का विरोध नहीं करेंगे। इसलिए सार्वजनिक रूप से ज़ायोनी प्रधान मंत्री इस संबंध में जो भी बयान दे रहे हैं, वह झूठे हैं।

हालिया दिनों में वाशिंगटन ने अबू-धाबी को एफ़-35 समेत अन्य आधुनिक हथियार बेचने की प्रक्रिया में तेज़ी लाने का प्रयास किया है।इस्राईली प्रधान मंत्री नेतनयाहू ने न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट को ख़ारिज करते हुए इसे अपने ख़िलाफ़ झूठा आरोप बताया है।उन्होंने कहा कि झूठ को दोहराने से वह सच में नहीं बलद जाएगा।

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