तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन ने यूरोपीय यूनियन को सैन्य चेतावनी दी

समाचार एजेंसी न्यूज़ एसएम न्यूज़ के साथ

एर्दोगन ने कहा- इस सप्ताह हम हर संभावना और परिणाम के लिए तैयार हैं

अंकारा। भूमध्य सागर में तेल और गैस को लेकर तुर्की और ग्रीस में तनाव चरम पर है। इस बीच तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन ने खुलेआम यूरोपीय यूनियन को सैन्य चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि इस सप्ताह के अंत से हम हर संभावना और परिणाम के लिए तैयार हैं। इस बीच यूरोपीय यूनियन ने भी ग्रीस के पक्ष में लामबंदी शुरू कर दी है। उधर फ्रांस ने ग्रीस की हर संभव सैन्य सहायता करने का ऐलान किया है। इस्तांबुल में एक अस्पताल के उद्घाटन समारोह में बोलते हुए एर्दोगन ने कहा कि तुर्की के पास दूसरों के अनैतिक नक्शे और दस्तावेजों को फाड़ने के लिए राजनीतिक, आर्थिक और सैन्य शक्ति है। 14 अगस्त को भी एर्दोगन ने ग्रीस को धमकी देते हुए कहा था कि अगर हमारे जहाज पर हमला बोला गया तो इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।
दरअसल पिछले कुछ दिनों से तुर्की का समुद्री तेल खोजी शिप ओरुक रीस ग्रीस के द्वीप कस्तेलोरिज़ो के नजदीक रिसर्च गतिविधि को अंजाम दे रहा है। ग्रीस का दावा है कि तुर्की का शिप उसके जलक्षेत्र में ऑपरेट कर रहा है। जबकि, तुर्की ने ग्रीस के दावे को नकारते हुए उस समुद्री हिस्से को अपना बताया है। तुर्की के आक्रामक रवैये से निपटने के लिए फ्रांस ने ग्रीस को सैन्य मदद करने का ऐलान किया है। तुर्की के मोडिफाइड एफ 16 फाइटर जेट से निपटने के लिए फ्रांस ग्रीस को 18 राफेल फाइटर जेट देगा। इनमें से 10 राफेल के एफ3-आर :वैरियंट होंगे, जबकि शेष 8 सेकेंड हेंड जेट होंगे जिसके लिए ग्रीस को कोई भी पैसा नहीं देना होगा। तुर्की के खिलाफ ग्रीस की सहायता के लिए विवादित क्षेत्र के पास फ्रांस ने भी अपनी नौसेना को तैनात कर दिया है। तुर्की इस इलाके में ऑफ-शोर ड्रिलिंग को आगे बढ़ाने पर अड़ा है जबकि फ्रांस ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर तुर्की ने विवादित क्षेत्र में ऐसी कोई गतिविधि शुरू की तो वह मूक दर्शक नहीं बना रहेगा। विवाद की जड़ पूर्वी भूमध्यसागर क्षेत्र में साढ़े तीन ट्रिलियन क्यूबिक मीटर (टीसीएम) गैस है, जिसमें 2.3 टीसीएम स्पष्ट रूप से इजिप्ट, इजरायल और साइप्रस के इकनॉमिक इंट्रेस्ट जोन में है। ग्रीस के एक अखबार के मुताबिक यूएई ने 4 एफ-16 फाइटर जेट ग्रीस भेजे हैं। जो ग्रीस की सेना के साथ मिलकर युद्धाभ्यास में हिस्सा लेंगे। यह युद्धाभ्यास पूर्वी भूमध्यसागर में किया जाएगा। कुछ वक्त पहले ही यूएई और ग्रीस के सैन्य और सरकारी अधिकारियों के बीच बात हुई थी। यूएई और ग्रीस दोनों का तुर्की से विवाद चला आ रहा है। यूएई और तुर्की राजनीतिक इस्लाम और लीबिया में लड़ाई पर एक-दूसरे के खिलाफ हैं। तुर्की, यूएई के इजरायल के साथ संबंध सामान्य करने से भी नाराज है।

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