बारिश से सैकड़ों कुन्टल धान भीगा विभागीय अधिकारियों की लापरवाही हुई उजागर
मुकेश कुमार बाजपाई संवाददाता थाना क्षेत्र रामसनेहीघाट
सिरौलीगौसपुर बाराबंकी। रविवार की रात अचानक हुई बारिश एवं तेज हवाओं के चलते क्रय केंद्रों पर पड़ा सैकड़ों कुंटल धान भीग कर बर्बाद हो गया है। वही किसानों की कुछ फसलों को भी आंशिक नुकसान हुआ है। क्रय केंद्रों के बाहर तौल के इंतजार में पड़ा किसानों का धान भीग कर बर्बाद हो गया है।जिससे किसानों को इसके तौल की चिंता सताने लगी है। विकासखंड सिरौलीगौसपुर क्षेत्र में प्रभावी रूप से चल रहे एकमात्र विपणन धान क्रय केंद्र बदोसरांय पर बीती रात हुई बरसात के चलते खरीद कर लगाया गया सैकड़ों कुंटल धान अधिकारियों की लापरवाही की वजह से भीग गया है। केंद्र के बाहर तौल के इंतजार में खड़े किसानों का भी सैकड़ों कुंतल धान भीग गया है। जिसके कारण किसान काफी परेशान हैं। सिरौलीगौसपुर के बदोसराय विपणन क्रय केंद्र के बाहर मौजूद किसान सानू मिश्रा ने बताया कि उनका धान तौल के लिए करीब 15 दिनों से केंद्र के बाहर तौल के लिए पड़ा हुआ है। नियमानुसार टोकन मिलने के बावजूद उनके धान की तौल नहीं की गई है। बीती रात हुई बरसात के चलते उनके धान का करीब 30% हिस्सा भीग कर खराब हो गया है। लोध पुरवा निवासी किसान बृजेश ने बताया कि उसका धान ट्रैक्टर ट्राली पर लगा हुआ करीब 20 दिन से खड़ा है। उन्हें टोकन एसडीएम ने केंद्र पर आकर दिया था। किंतु उनका धान अब तक नहीं तौल गया है। उनके भी धान का करीब करीब 20% हिस्सा भीग गया है। संतोष कुमार निवासी मीरापुर ने बताया कि उनका करीब 40 कुंटल धान तौल के लिए केंद्र के बाहर जमीन पर लगा हुआ है। जिसका अभी तक नंबर नहीं आया है। उनका भी धान भीग गया है। इसी प्रकार क्षेत्र के कई किसानों का धान केंद्र के बाहर तौल के लिए करीब 15, 20 दिनों से खुले आसमान के नीचे पड़ा हुआ है। जो भीग गया है। यही नहीं इन किसानों के धान का सबसे ज्यादा नुकसान केंद्र के आसपास मौजूद बंदर व बकरियां भी कर रहे हैं। जिससे किसान काफी परेशान हैं। बताते चलें बीते सप्ताह किसानों के हंगामे के बाद केंद्र पर पहुंचे उपजिलाधिकारी प्रतिपाल सिंह ने 50 ,60 किसानों को टोकन नंबर देकर सबका धान तोलने के निर्देश केंद्र प्रभारी को दिए थे। किंतु तौल इतनी धीमी गति से हो रही है। कि अब तक उसमें से मात्र 10,12 लोगों का ही धान तौला गया है। वही किसानों ने इस धीमी प्रक्रिया के लिए केंद्र प्रभारी को जिम्मेदार ठहराते हुए आरोप लगाया है। कि टोकन के बीच में क्षेत्र के प्रभावी लोगों का धान तौला जा रहा है। जिससे किसानों को उनका धान तौलाने में काफी समय लगाया जा रहा है।