बिचैलियों के हाथों की कठपुतली बन गया है जिला प्रशासन: आशु चैधरी -आखिर प्रशासन क्यो नहीं सुनता किसानों की समस्या?
अब्दुल मुईद सिटी रिपोर्टर-एसएम न्यूज 24 टाइम्स
किसानों की पराली का धुंआ पहुंचता है प्रशासन तक, किन्तु शोषण की आवाज नहीं पहुंचती?
बाराबंकी। एक तरफ किसान की पराली का धुंआ पहुंचता है सीधे जिला प्रशासन तक, किन्तु शोषण की आवाज नहीं पहुंचती। विगत दिनों खेत में पराली जलाने पर लेखपाल ने किसान को ऐसी धमकी दे डाली की उसकी मौत हो गई। जनपद के धान क्रय-केन्द्रों पर व्याप्त भ्रष्टाचार प्रशासन को नहीं दिखाई दे रहा है। जिससे प्रतीत हो रहा है कि जिला प्रशासन बिचैलियों के हाथों की कठपुतली बन कर रह गया है। हजारों किसानों के साथ टैªक्टर ट्राली पर लदा धान रोड पर, आवागमन में व्यवधान, 80 प्रतिशत किसानों का धान खरीद न होने से, अगली फसल की बुआई पिछड़ी रही तो वहीं सरकारी क्रय केन्द्र किसानों के लिए हाथी के दांत साबित हो रहे हैं। सरकारी क्रय केन्द्रों पर किसानों का धान क्रय न होने के कारण किसान हैरान व परेशान होकर जिला मुख्यालय के गन्ना दफ्तर में विशाल धरना प्रदर्शन किया जिस पर प्रशासन द्वारा ऊँट के मुंँह में जीरा वाली कहावत को चरितार्थ करते हुए सम्पूर्ण जनपद में मात्र 8 कांटे अतिरिक्त लगवाकर किसानों की तौल शुरू करने को कहा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार भारतीय किसान यूनियन (भानु गुट) के प्रदेश प्रभारी आशू चैधरी के नेतृत्व में हुए विशाल धरना प्रदर्शन के बाद प्रशासन के हाथ-पांव फूल गये तब मौके पर ए0डी0एम0 संदीप गुप्ता ने पहुंचकर किसानों की समस्याओं का समाधान जल्द करने को कहा किन्तु मौके पर हजारों किसान मुख्यालय पर धान क्रय करने की मांग करते हैं। जिससे साफ जाहिर होता है कि प्रशासन मात्र मौके पर जाकर कोरा आश्वासन देकर किसानों को शांत कराकर धरना प्रदर्शन को समाप्त करना था। जिला प्रशासन द्वारा किये जा रहे इस तरह के अमानवीय कार्य व्यवहार से अंग्रेजी शासन काल की यादें ताजा कर दी गई। हमारी शासन प्रशासन से मांग है कि सुबेहा थाना क्षेत्र के गांव बली गेरावा निवासी मृतक किसान प्रदीप सिंह के मामले की निष्पक्ष जांच हो और मृतक परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी तथा पचास लाख रूपये का मुआवजा जिला प्रशासन द्वारा किसान परिवार को दिया जावे।
उन्होने आगे बताया कि हम किसानों को राजनीति करने का कोई शौक नही है लेकिन जिस तरह जिला प्रशासन के सरकारी धान क्रय केंद्रों पर दलालों का वर्चस्व कायम है उससे किसानों के चक्कर कटवाए जा रहे थे। किसानों की समस्याओं को देखकर दुखी व आहत होकर सड़कों पर उतर कर धरना प्रदर्शन करना पड़ा। उन्होंने आरोप जिला प्रशासन पर लगाते हुए कहा कि क्रय केन्द्रो बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का खेल खेला जा रहा है । प्रति कुन्तल पर 300 से 400 का कमीशन लेकर बड़े-बड़े दलालों व व्यापारियों का धान फौरन तौल लिया जा रहा है लेकिन गरीब किसानों का धान ना खरीद कर उन्हें सरकारी धान क्रय केंद्र के चक्कर लगवाये जा रहे हैं । अगर प्रशासन अपनी कार्यशैली में सुधार नहीं लाएगा तो विशाल प्रदर्शन मुख्यमंत्री आवास के समक्ष किया जाएगा। जिसकी समस्त जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।
अब्दुल मुईद
सिटी रिपोर्टर-एसएम न्यूज 24 टाइम्स